टनेल का निर्माण मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य, राशि में बढ़ोतरी

रांची : कोनार सिंचाई परियोजना के लिए महत्वपूर्ण टनेल का निर्माण मार्च 2018 तक पूरा कर लिया जायेगा. विभाग ने इसका लक्ष्य तय कर लिया है. विभाग का मानना है कि टनेल का काम कठिन प्रकृति का है. इसकी जटिलताअों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. नहर निर्माण के दौरान यह पाया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2018 9:18 AM
रांची : कोनार सिंचाई परियोजना के लिए महत्वपूर्ण टनेल का निर्माण मार्च 2018 तक पूरा कर लिया जायेगा. विभाग ने इसका लक्ष्य तय कर लिया है. विभाग का मानना है कि टनेल का काम कठिन प्रकृति का है.
इसकी जटिलताअों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. नहर निर्माण के दौरान यह पाया गया कि इसके लिए पुलों की संख्या में वृद्धि हो गयी है. वहीं अवशेष टनेल निर्माण कार्य की मात्रा व राशि में भी बढ़ोतरी हुई है. इन सारी स्थितियों को देखने के बाद इस साल मार्च तक टनेल का काम पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है.
विभाग ने कुल 29 वितरणियों में से पांच की स्वीकृति दे दी है. इन पर काम भी शुरू करा दिया गया है. इस परियोजना के लिए भू-अर्जन का भी प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. दायीं शाखा नहर के 18.5 से 35.575 किमी तथा बगोदर शाखा नहर के 20 से 41.16 किमी तक का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है. ऐसे में इसका काम भी कराने का प्रयास किया जा रहा है.
इस योजना के लिए अब राशि का अभाव नहीं होने की उम्मीद है, क्योंकि सरकार ने इसके लिए द्वितीय पुनरीक्षित प्राक्कलन 2176 करोड़ रुपये को भी स्वीकृति दे दी है. पूर्व में राशि के अभाव में इसका काम चार साल तक रुका रहा था. सबसे पहले 1977 में इस परियोजना का मूल प्राक्कलन 11.43 करोड़ था. 1999 में प्राक्कलन के पुनरीक्षण (इस्टीमेट रिवाइज) करने की जरूरत पड़ी. फिर सरकार ने इसे रिवाइज करके 348 करोड़ रुपये कर दिया था. अब दूसरी बार रिवाइज करनी पड़ी है.

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