रांची : चारा घोटाले में देवघर कोषागार (आरसी 64ए/96) से 89 लाख रुपये फर्जी तरीके से निकाले जाने के मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद सहित 16 दोषियों को सीबीआई कोर्ट के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सजा सुनायेंगे. लालू के अधिवक्ता प्रभात कुमार ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने दावा किया कि शनिवार का दिन सभी दोषियों को सजा सुनाने के लिए मुकर्रर हुआ है.
हालांकि शुक्रवार को होटवार जेल में बंद लालू प्रसाद समेत चार अन्य दोषियों पूर्व विकास आयुक्त फूलचंद सिंह, आपूर्तिकर्ता राजा राम जोशी, पूर्व पशुपालन सचिव महेश प्रसाद और पूर्व विधायक आरके राणा की सजा पर ही सुनवाई पूरी हुई है. अभी छह दोषियों की सजा पर सुनवाई होनी बाकी है. न्यायाधीश ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये अल्फाबेट के आधार पर सुनवाई की.
शेष बचे छह दोषियों सुनील कुमार सिन्हा, सुशील कुमार सिन्हा, सुनील गांधी, संजय कुमार अग्रवाल और त्रिपुरारी मोहन प्रसाद के अलावा पूर्व ट्रेजरी ऑफिसर सुबीर भट्टाचार्य की सजा पर सुनवाई शनिवार को पूरी होगी. न्यायाधीश इसके बाद सजा की कार्रवाई शुरू कर सकते हैं. इससे पहले गुरुवार को पूर्व पशुपालन सचिव बेक जूलियस, आपूर्तिकर्ता गोपीनाथ दास, आपूर्तिकर्ता ज्योति कुमार झा, आपूर्तिकर्ता कृष्ण कुमार और पूर्व सांसद जगदीश शर्मा की सजा पर सुनवाई हुई थी.
कोर्ट परिसर पुलिस छावनी के रूप में तब्दील
लालू प्रसाद के आने को लेकर सिविल कोर्ट परिसर पुलिस छावनी के रूप में तब्दील रहा. काफी संख्या में महिला व पुरुष जवानों को तैनात किया गया था. वहीं, परिसर में भीड़ होने से मूंगफली व चाय बेचने वालों को खूब फायदा हो रहा था.
खास कर चाय की दुकानों पर नेता व कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ रही थी. इस बीच लालू के आने की खबर सुनते ही बाहर से आये कार्यकर्ता उनकी एक झलक पाने के लिए दौड़ पड़े. आलम यह था कि सिविल कोर्ट भवन के सभी फ्लोर पर लोगों की भीड़ जमी रही.
-आज शेष बचे छह दोषियों की सजा पर होगी सुनवाई
बोले लालू के वकील
-70 वर्ष के हो गये हैं
लालू, कम दी जाये सजा: वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये हुई सुनवाई के दौरान शुक्रवार को लालू प्रसाद पूरी तरह चुप रहे. उनके अधिवक्ता चितरंजन प्रसाद ने न्यायाधीश से आग्रह किया कि लालू की उम्र 70 वर्ष हो गयी है. वह शारीरिक रूप से अस्वस्थ हैं. उन्हें हाइपर टेंशन और डायबिटीज है. हर्ट के वाल्व का रिप्लेस्मेंट हुआ है. 21 सालों से केस लड़ रहे हैं. इसलिए इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए लालू प्रसाद को कम से कम सजा दी जाये.
बोले सीबीआई के अधिवक्ता
-रैलियां कर रहे हैं, नहीं लगता बहुत बीमार हैं, अधिक सजा मिले : सीबीआई के अधिवक्ता ने कहा, लालू की राजनीतिक में सक्रियता है. रैलियां और भाषण कर रहे हैं. इसलिए नहीं लगता कि बहुत बीमार हैं. जेल में भी मेडिकल की सुविधाएं उपलब्ध हैं. वह मामले के मुख्य आरोपित हैं. इसलिए उन्हें ज्यादा से ज्यादा सजा दी जाये.
आरके राणा सहित अन्य दोषी बीमारी का प्रस्तुत करें दस्तावेज
सुनवाई के दौरान पूर्व विधायक आरके राणा और कई दोषियों ने बीमारी का हवाला दे कोर्ट से कम सजा की गुहार लगायी. इस पर कोर्ट ने कहा कि वे लोग अपनी बीमारी से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करें.