झारखंड : एचइसी बना रहा अत्याधुनिक हाइड्रोलिक शॉवेल

एचइसी के अभियंताओं ने तैयार की है तकनीक, आइएसएम धनबाद ने दी है डिजाइन राजेश झा रांची : एचइसी ‘मेक इन इंडिया’ की तर्ज पर अत्याधुनिक हाइड्रोलिक शॉवेल मशीन बना रहा है, जो पूरी तरह से कंप्यूटराइज्ड होगा. एचइसी के अधिकारी ने बताया कि ट्रायल के तौर पर बनाये जा रहे इस शॉवेल मशीन की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2018 7:48 AM
एचइसी के अभियंताओं ने तैयार की है तकनीक, आइएसएम धनबाद ने दी है डिजाइन
राजेश झा
रांची : एचइसी ‘मेक इन इंडिया’ की तर्ज पर अत्याधुनिक हाइड्रोलिक शॉवेल मशीन बना रहा है, जो पूरी तरह से कंप्यूटराइज्ड होगा. एचइसी के अधिकारी ने बताया कि ट्रायल के तौर पर बनाये जा रहे इस शॉवेल मशीन की तकनीक एचइसी के अभियंताओं ने तैयार की है. जबकि, डिजाइन आइएसएम धनबाद ने मुहैया करायी है. उम्मीद है कि शॉवेल का निर्माण मार्च के अंत तक पूरा हो जायेगा. इसकी कीमत करीब चार करोड़ रुपये होगी.
एचइसी के अधिकारी ने बताया कि यहां बन रहे शॉवेल मशीन की बकेट क्षमता 6 क्यूबिक मीटर है. इसकी डिजाइन ऐसी है कि कार्य करने के समय यह जमीन पर अधिक दबाव नहीं बनाता है. यह हल्की व ठोस जगह पर आसानी से कार्य कर सकता है. यह पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक है, लेकिन यह बिना पायलट के भी संचालित किया जा सकता है.
पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए इसमें इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल फ्यूल इंजन लगाया गया है. जबकि, इसे डीजल से भी चलाया जा सकता है. इस शॉवेल मशीन का रख-रखाव भी काफी अासान है. फिलहाल, यह ट्रायल के तौर पर यह मशीन बनायी जा रही है, लेकिन मांग को देखते हुए कोल इंडिया की विभिन्न अनुषंगी कंपनियों के लिए भी ऐसे ही शॉवेल मशीन का निर्माण किया जायेगा.
एचइसी ने अब तक 597 शॉवेल बनाये हैं
एचइसी ने अपने स्थापना काल से लेकर अब तक 597 शॉवेल मशीन का निर्माण किया है. इनकी क्षमता पांच क्यूबिक मीटर होती थी. इसके अलावा 33 रोप शॉवेल और 10 क्यूबिक मीटर का 15 ड्रैगलाइन का निर्माण सफलतापूर्वक किया जा चुका है. उक्त मशीनें कोल इंडिया कह विभिन्न अनुषंगी कंपनियों को डिस्पैच की गयी हैं.

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