उच्च शिक्षा में नामांकन अनुपात बढ़ा
रांची : राज्य में उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात (जीइआर) में बढ़ोतरी हुई है. झारखंड में वर्ष 2011-12 में उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात 8.4 फीसदी था. भारत सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2016-17 में झारखंड में उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात बढ़ कर 17.7 हो गया है. वर्ष 2013-14 […]
रांची : राज्य में उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात (जीइआर) में बढ़ोतरी हुई है. झारखंड में वर्ष 2011-12 में उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात 8.4 फीसदी था. भारत सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2016-17 में झारखंड में उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात बढ़ कर 17.7 हो गया है. वर्ष 2013-14 में राज्य में उच्च शिक्षा में नामांकन अनुपात 13.1, वर्ष 2014-15 में 15.1 व वर्ष 2015-16 में 15.5 था. इसमें लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
गत वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर झारखंड 12वें स्थान पर था, इस वर्ष टॉप टेन में आने की संभावना है. राज्य सकार ने वर्ष 2020 तक इसे बढ़ा कर 32 फीसदी करने का लक्ष्य रखा है.
उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सह कौशल विकास विभाग ने विश्वविद्यालय व कॉलेजों में द्वितीय पाली में पढ़ाई शुरू की है. द्वितीय पाली में 13,294 विद्यार्थियों ने नामांकन लिया है. कोल्हान विवि में 7304, सिदो-कान्हो विवि में 1132, विनोबा भावे विवि में 2858, रांची विवि में 1300 व नीलांबर-पीतांबर विवि में 700 विद्यार्थियों ने नामांकन लिया है. राज्य में निजी विश्वविद्यालय खोले गये हैं, इनमें भी काफी संख्या में विद्यार्थियों ने नामांकन लिया है.
राज्य में निजी विश्वविद्यालय की संख्या नौ हो गयी है. राज्य के पॉलिटेक्निक संस्थानों में नामांकन के लिए सीट की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. राज्य में वर्ष 2013-14 में पॉलिटेक्निक संस्थानों में 7481 सीट थी, जो बढ़ कर 13664 हो गयी. सरकार ने राज्य में उच्च शिक्षा में नामांकन बढ़ाने के लिए चरणबद्ध तरीके से 100 डिग्री कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है.
प्रथम चरण में 30 डिग्री कॉलेजों में पठन-पाठन शुरू किया गया है. राज्य में 11 जिलों में महिला कॉलेज व 12 जिलों में मॉडल डिग्री कॉलेज खोला गया है. वैसे विधानसभा क्षेत्र जिसमें डिग्री कॉलेज नहीं है, वहां डिग्री कॉलेज खोला जायेगा.