रिम्स में डॉ हेमंत नारायण और डॉ प्रकाश के बीच मारपीट, आपस में ही भिड़ गये दो कार्डियोलॉजिस्ट
रांची :झारखंड की राजधानी रांची के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के दो डॉक्टरों आपस में ही भिड़ गये. सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल के कार्डियोलॉजी विंग के कैथ लैब में विभागाध्यक्ष डॉ हेमंतनारायण व एसोसिएट प्रोफेसर डॉ प्रकाश कुमार के बीच आपस में मारपीट हो गयी. मारपीट में हेमंत नारायण का पैर व डॉ प्रकाश […]
रांची :झारखंड की राजधानी रांची के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के दो डॉक्टरों आपस में ही भिड़ गये. सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल के कार्डियोलॉजी विंग के कैथ लैब में विभागाध्यक्ष डॉ हेमंतनारायण व एसोसिएट प्रोफेसर डॉ प्रकाश कुमार के बीच आपस में मारपीट हो गयी. मारपीट में हेमंत नारायण का पैर व डॉ प्रकाश कुमार का हाथ टूट गया है. मारपीट व हो-हंगामा के कारण मरीजों में दहशत छाया रहा. एंजियोग्राफी व एंजियोप्लास्टी के लिए आये मरीज भूखे-प्यासे इंतजार करते रहे, लेकिन उनको कैथ लैब में नहीं बुलाया गया. इधर, डॉक्टर आपस में मारपीट करने की जानकारी रिम्स निदेशक डॉ आरके श्रीवास्तव को मिली तो वह कार्डियोलॉजी विंग पहुंचे.
जानकारी के अनुसार दोपहर 12 बजे कैथलैब में अचानक हंगामा होना शुरू हो गया. सीनियर डॉक्टरों की आपस में हो-हल्ला करते हुए आपस में नोंकझोंक करने लगे. नोकझोंक बाद में मारपीट में तब्दील हो गया. कैथ लैब में दोनों डॉक्टरों व बाहर से आये कार्डियोलॉजिस्ट डॉ विकास कपूर व नर्सिंग स्टॉफ व पारा मेडिकल स्टॉफ मौजूद थे. कैथ लैब का कमरा बंद करा कर रिम्स निदेशक दोनों डॉक्टरों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन दोनों डॉक्टर समझने को तैयार नहीं थे. हालांकि प्रबंधन का कहना है कि उन्हें कोई सूचना नहीं है.
डॉक्टर विकास कपूर रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में एंजियोप्लास्टी करने आते है. वह डॉक्टर हेमंत नारायण को मदद भी करते है. शुक्रवार को भी डॉ विकास कपूर हेमंत नारायण की मदद करने आये थे, लेकिन इसी दौरान सीनियर डॉक्टरों में मारपीट हो गयी. सूत्रों का कहना है कि आखिर डॉ विकास कपूर क्यों रिम्स में आते है. उनको क्या फायदा है रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में एंजियोप्लास्टी करने का.
हड्डी विभाग में दोनों डॉक्टरों ने कराया प्लास्टर
सीनियर डॉक्टरों में मारपीट की खबर रिम्स में आग की तरह फैल गयी. दोनों डॉक्टरों के चाहने वाले उनके पास आ गये. डॉक्टरों ने रेडियोलॉजी विभाग के एक्सरे विंग में अपना एक्सरे कराया. डॉ प्रकाश ने अपने हाथ का एक्सरे कराया. वहीं डॉ हेमंत ने पैर का एक्सरे कराया. एक्सरे रिपोर्ट व हड्डी विभाग के चिकित्सकों की राय पर दोनों डॉक्टरों ने प्लास्टर भी कराया.डॉक्टर करते रहे मारपीट, मरीज करते रहे एंजियोप्लास्टी का इंतजारकैथ लैब में शुक्रवार को डॉ हेमंत नारायण राय को एंजियोप्लास्टी करनी थी. उनके कई मरीज एंजियोप्लास्टी के लिए सुबह से भूखे प्यासे थे. कोकर निवासी चंचल चटर्जी को भी एंजियोप्लास्टी करानी थी. उन्होंने बताया कि वह सुबह से भूखे थे, लेकिन डॉक्टरों के आपस में मारपीट होने के कारण उनका एंजियोप्लास्टी नहीं हो पाया. वहीं डाल्टेनगंज निवासी विजय बिहारी ने बताया कि हमारे ससुर एसएन तिवारी का एंजियोप्लास्टी था, लेकिन नहीं हो पाया. डॉ हेमंत नारायण लंगड़ा कर जाते दिखे. जानकारी के अनुसार करीब आधा दर्जन मरीजों को इलाज नहीं हो पाया.
मैं कैथलैब में डॉ प्रवीण झा की मदद करने आया था: डॉ प्रकाश कुमार
डॉ प्रकाश कुमार ने मीडिया को बताया कि कैथलैब में डॉ प्रवीण झा एंजियोप्लास्टी कर रहे थे. मैं ओपीडी कर रहा था. उनके बुलाने पर मैं उनकी मदद करने गया था. नर्स द्वारा पुराना कैथेटेर दे रही थी, हमने उससे कहा कि पुराने कैथेटर से मरीज को नुकसान पहुंच सकता है. इसी दौरान डॉ विकास कूपर को कहा गया कि आप थोड़ी देर के लिए बाहर चले जाइये, क्योंकि मरीज की स्थिति कभी ऊपर नीचे होती है. इसी दौरान डॉ हेमंत नारायण राय वहां पहूंच गये. उन्होंने कहा कि मैं एचओडी हूं, तूम इनको बाहर निकालने वाले कौन होते हैं.
मुझे रिम्स से भगाने की साजिश, लेकिन मैं भागने वाला नहीं: डॉ हेमंत नारायण
डॉ हेमंत नारायण राय ने कहा है कि कुछ नहीं हुआ हैं, मुझे सिर्फ मोच आ गयी है. अभी बच्चे हैं डॉ प्रकाश, इमेच्योर है. जो ईश्वर की कृपा होती है वह होता है. कार्डियोलॉजी के डॉक्टर मुझे रिम्स चाहते हैं कि भाग जाये, लेकिन हम भागने वाले नहीं है.