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झारखंड आगे, दिल्ली से पहले सोच रही रांची

स्किल समिट. 27842 को रोजगार, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा बना रिकॉर्ड. पांच एमओयू, रांची में बनेगा विदेश भवन रांची : खेल गांव के टाना भगत इंडोर स्टेडियम में शुक्रवार को सरकार ने राज्य के 27,842 बेरोजगार युवाओं को नौकरी दी. निजी क्षेत्र की कंपनियों ने इन्हें नियुक्ति पत्र प्रदान किया. स्किल समिट के […]

स्किल समिट. 27842 को रोजगार, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा

बना रिकॉर्ड. पांच एमओयू, रांची में बनेगा विदेश भवन
रांची : खेल गांव के टाना भगत इंडोर स्टेडियम में शुक्रवार को सरकार ने राज्य के 27,842 बेरोजगार युवाओं को नौकरी दी. निजी क्षेत्र की कंपनियों ने इन्हें नियुक्ति पत्र प्रदान किया. स्किल समिट के नाम से आयोजित इस कार्यक्रम में देश-विदेश के उद्योग जगत के प्रतिनिधि शामिल हुए. मौके पर राज्य सरकार ने कौशल विकास के क्षेत्र में प्रशिक्षण को लेकर पांच कंपनियों के साथ एमओयू भी किया.
कार्यक्रम में केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस और कौशल-उद्यमिता विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्य सरकार की प्रशंसा की. कहा कि पहले दिल्ली सोचती थी, फिर राज्य उस काम को आगे बढ़ाते थे. अब झारखंड सरकार इस मामले में चार कदम आगे है. अब रांची पहले सोच रही है और दिल्ली उसे करेगी. कौशल विकास के मामले झारखंड आगे है.
स्किल इंडिया के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर के 700 जिले में एक-एक कौशल केंद्र खोलने को कहा था. राज्य सरकार ने 24 जिले में मेगा कौशल विकास केंद्र खोल दिये. 200 से ज्यादा केंद्र खोलने का लक्ष्य बनाया है.झारखंड में ईमानदार और मेहनती लोग : केंद्रीय मंत्री ने कहा : झारखंड के ईमानदार, मेहनती लोग देश को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं. झारखंड राजनीतिक अस्थिरता के कारण विकास नहीं कर सका. झारखंड ने नरेंद्र मोदी पर भरोसा किया और बहुमत की सरकार बनी.
तीन साल में वर्तमान सरकार ने ऐसी उपलब्धियां हासिल की, जिसका चित्र कहीं नहीं मिलता. एक साथ शायद ही देश या विदेश में कहीं 25 हजार से अधिक लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया हो.
केंद्रीय मंत्री ने कहा : आनेवाले दिनों मेें झारखंड और भी तेजी से विकास करेगा़ 13 हजार करोड़ की योजना के तहत केंद्र ने गैस पाइप लाइन बिछाने का फैसला किया है. यह बिहार होते हुए झारखंड से हलदिया तक जायेगा. अब गुड़गांव में उद्योग नहीं, झारखंड में उद्योग लगेंगे. मारुति ही नहीं, टोएटा जैसी कंपनियां यहां आयेंगी. एयरलाइंस बनानेवाली कंपनियां यहां लगेंगी.
झारखंड के बच्चे कहीं नहीं जायेंगे
उन्होंने कहा : राज्य सरकार ने ठान लिया है कि बूढ़े मां-बाप को छोड़ कर झारखंड के बच्चे कहीं नहीं जायेंगे. पलामू, गुमला, चाईबासा में नौकरी लगेगी. कौशल विकास के क्षेत्र में विश्व स्तर का प्रशिक्षण देने की योजना बनायी जा रही है. जापान की चिंता है कि उनके यहां ज्यादा बुजुर्ग हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने देश के नौजवानों को जापान में योगदान देने की बात कही है. झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास भी जापान गये थे.
वह नर्सिंंग के क्षेत्र में झारखंड के नौजवानों को वहां काम देना चाहते हैं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से इस संबंध में बात हुई है. विदेशों में भी झारखंड के लिए धीरे-धीरे दरवाजे खुल रहे हैं. झारखंड के नौजवान देश ही नहीं विश्व की अर्थ नीति को दिशा देंगे. 30 वर्ष के सार्वजनिक जीवन में ऐसा कार्यक्रम नहीं देखा, जहां इतने लोगों को रोजगार मिले. यह पवित्र यज्ञ और जनांदोलन है.
विदेश में काम करनेवालों की मौत पर परिजनों को 5 लाख
रांची. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा : आज स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन का यह अवसर ऐतिहासिक है. अगर हम ठान लें, तो कोई लक्ष्य दूर नहीं है. हमारी टीम ने झारखंड से बेरोजगारी दूर करने का संकल्प लिया है. आनेवाले समिट में सरकार एक लाख लोगों को रोजगार देगी. रांची में विदेश भवन बनेगा. राज्य से बाहर विदेशों में काम करने जानेवाले लोगों की असामयिक मौत पर सरकार उनके परिजनों को पांच लाख रुपये देगी. उन्होंने कहा : हमने खुद मजदूरी की है.
1977 में पिता के सेवानिवृत्त होने के बाद 1980 में टाटा कंपनी में अस्थायी मजदूरी की. घर चलाने में क्या परेशानी होती है, जानता हूं. जनता इलेक्ट्रिकल दुकान से लेकर कुज्जू से कोयला लाकर काेयला टाल भी खोला. अब मैं मजदूर नंबर वन बनूंगा, संकल्प लिया है. पूरी ईमानदारी से राज्य के लिए मजदूरी कर रहा हू़ं भारत बन रहा स्किल्ड इंडिया.
राज्य में स्किल विवि खुलेगा
रांची. शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा है कि सरकार प्रति वर्ष राज्य के एक लाख युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार उपलब्ध करायेगी. राज्य के विद्यार्थी काफी प्रतिभाशाली हैं. आवश्यकता है उन्हें उचित मंच उपलब्ध कराने का. उक्त बातें शिक्षा मंत्री ने शुक्रवार को खेल गांव में आयोजित स्किल समिट 2018 में कही. कहा कि राज्य में स्किल यूनिवर्सिटी खुलेगी. इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इससे राज्य में कौशल विकास को और बढ़ावा मिलेगा. कौशल विकास के माध्यम से युवाओं को रोजगार तो मिल ही रहा है, साथ ही साथ वे स्वरोजगार के लिए सक्षम हो रहे हैं. झारखंड में कौशल विकास के क्षेत्र में काफी बेहतर काम हुआ है.
राज्य में कौशल विकास के 263 केंद्र चल रहे हैं. 22 सेक्टर में युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है. प्रशिक्षण के बाद 25 हजार युवाओं को रोजगार दिया गया है. युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए कृतसंकल्प है सरकार : राजबाला: मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कहा है कि युवा अपने लक्ष्य को ऊंचा रखें. युवा हमारी शक्ति हैं.
सरकार उनके सपनों को साकार करने के लिए संकल्पित है. युवाओं के सपनों काे साकार करने के लिए ही कार्यक्रम आयोजित किया गया है. कौशल विकास के लिए सरकार ने 700 करोड़ का प्रावधान किया है. जिलों में कौशल विकास केंद्र खोले गये हैं. केंद्र के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है. इन युवाओं को राेजगार उपलब्ध कराने के लिए जिलों में प्लेसमेंट ड्राइव चलाया गया.
25 हजार का था लक्ष्य 27842 का हुआ चयन : अजय कुमार सिंह : उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सह कौशल विकास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा है कि राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर 25 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र देने का लक्ष्य रखा गया था. राज्य भर में 50 हजार अभ्यर्थी प्लेसमेंट ड्राइव में शामिल हुए. देश भर की एक हजार कंपनियों ने इसमें भाग लिया. 27,852 अभ्यर्थी चयनित किये गये. रांची में सबसे अधिक 5,893 अभ्यर्थियों को राेजगार मिला. दूसरे स्थान पर जमशेदपुर है. यहां से 4,474 अभ्यर्थियों का चयन किया गया.
कक्षा पांच से ही करायी जाये कला व खेल की पढ़ाई : सुभाष घई : फिल्म निर्माता सुभाष घई ने कहा कि युवा अपनी प्रतिभा पहचानें और उसी के अनुरूप क्षेत्र का चयन करें. स्कूलों में कक्षा पांच से कला व खेल की पढ़ाई की व्यवस्था की जाये. 11वीं तक इसकी पढ़ाई हो. झारखंड फिल्म निर्माण के लिए बेहतर जगह है.
रिम्स में सीनियर डॉक्टर भिड़े, डॉ हेमंत का पैर व डॉ प्रकाश का हाथ टूटा
रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में शुक्रवार को दो सीनियर डॉक्टरों डॉ हेमंत नारायण और डॉ प्रकाश कुमार के बीच जम कर मारपीट हुई. घटना सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल के कार्डियोलॉजी विंग के कैथ लैब में घटी. मारपीट की इस घटना में कार्डियोलॉजी विंग के विभागाध्यक्ष डॉ हेमंत नारायण का पैर टूट गया. वहीं, विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ प्रकाश कुमार का हाथ टूट गया. घटना को लेकर डॉ प्रकाश कुमार ने डॉ हेमंत नारायण के खिलाफ बरियातू थाने में आवेदन दिया है. मारपीट और हंगामे के कारण कार्डियोलॉजी विंग में मौजूद मरीजों में दहशत छा गया. मरीज एंजियोग्राफी व एंजियोप्लास्टी के लिए भूखे-प्यासे इंतजार करे थे, पर इस घटना के बाद उन्हें कैथ लैब नहीं बुलाया गया. सूचना मिलने के बाद रिम्स निदेशक डॉ आरके श्रीवास्तव कार्डियोलॉजी विंग पहुंचे. कैसे शुरू हुआ विवाद : घटना दिन के करीब 12 बजे की है. बताया जाता है कि घटना की मूल वजह कार्डियोलॉजी विंग में मौजूद डॉ विशाल रस्तोगी थे. घटना को लेकर डॉ प्रकाश कुमार ने मीडिया को बताया कि कैथ लैब में डॉ प्रवीण झा एंजियोप्लास्टी कर रहे थे. वह अोपीडी कर रहे थे. डॉ प्रवीण झा के बुलाने पर वह मदद करने कैथ लैब पहुंचे. नर्स पुराना कैथेटर दे रही थी. इस पर उससे कहा कि पुराने कैथेटर से मरीज को नुकसान पहुंच सकता है. वहां डॉ विशाल रस्तोगी को कहा गया कि आप थोड़ी देर के लिए बाहर चले जाइए, क्योंकि मरीज की स्थिति कभी ऊपर-नीचे होती है. इस बीच डॉ हेमंत नारायण राय वहां पहुंच गये. उन्होंने कहा कि वह एचओडी हैं. कहने लगे तुम इन्हें बाहर निकालनेवाले कौन होते हो. डॉ विशाल रस्तोगी हमेशा आते हैं.

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