रांची : चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव से मिलने उनके बेटे और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार पहुंचे. उनके साथ राष्ट्रीय जनता दल के समर्थकों का हुजूम भी जेल के बाहर पहुंचा.लेकिन, सिर्फ तेजस्वी को ही जेल में जाने की अनुमति मिली.
मनोज झा, भोला यादव जैसे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कद्दावर नेता को जेल के बाहर ही इंतजार करना पड़ा. मनोजकुमार झा,भोला यादव, अली अशरफएवं फातमी समेत 5 लोगों की लिस्ट जेल प्रशासन को भेजी गयी कि वे लालू से मिलना चाहते हैं. लेकिन, किसी को राजद सुप्रीमो से मिलने की अनुमति नहीं मिली.
सभी लोगों से कहा गया कि सीबीआई कोर्ट में पेशी के दौरान लालू प्रसाद राजद के सभी नेताओं से कोर्ट परिसर में ही मिलेंगे. इसलिए वे लोगजेल के बाहर इंतजार न करें. तेजस्वी के अलावा और दो लोगों को हीलालू प्रसाद से मिलने की अनुमति मिल सकती थी.
बिहार और झारखंड के अलग-अलग जिलों से आये राजद समर्थक मकर संक्रांति पर अपने प्रिय नेता लालू प्रसाद के लिए लालू के पसंदीदा व्यंजन लेकर आयेथे.सबके उपहार की रजिस्टर में एंट्री की गयी और उसे लालू प्रसाद के पास भेज दिया गया. पार्टी के कई बड़े नेता भी लालू प्रसाद को मकर संक्रांति की बधाई देने रांची आये थे, लेकिन कोई जेल के अंदर नहीं जा पाये.
जेल मैन्युअलमें एक सप्ताह में 3 लोगोंको ही लालू प्रसाद से मिलने की अनुमति दी जाती है. इस व्यवस्था से लालू प्रसाद नाराज हैं. उन्होंने अपनी नाराजगी चारा घोटाला मामले की सुनवाई कर रहे सीबीआई की विशेष अदालत के जज शिवपाल सिंह से की भी थी. जज ने यह कहकर उनकी शिकायत को नजरअंदाज कर दिया कि कानून सबके लिए बराबर है.