परेशान किया जा रहा है जिंदगी मिलेगी दोबारा के कर्मचारियों को
रांची : सामाजिक संस्था जिंदगी मिलेगी दोबारा के कर्मचारियों को रिम्स के निजी एंबुलेंस चालक व असामाजिक तत्व पिछले कई दिनाें से परेशान कर रहे हैं. निजी वाहन चालक से कर्मचारी भयभीत हैं. जानकारी के मुताबिक असामाजिक तत्वों द्वारा कर्मचारियों के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जाता है. इतना ही नहीं उन्हें धमकी तक […]
रांची : सामाजिक संस्था जिंदगी मिलेगी दोबारा के कर्मचारियों को रिम्स के निजी एंबुलेंस चालक व असामाजिक तत्व पिछले कई दिनाें से परेशान कर रहे हैं. निजी वाहन चालक से कर्मचारी भयभीत हैं.
जानकारी के मुताबिक असामाजिक तत्वों द्वारा कर्मचारियों के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जाता है. इतना ही नहीं उन्हें धमकी तक दी जाती है़ संस्था के अध्यक्ष अश्विनी राजगढ़िया ने बताया कि शवों को ससम्मान घरों तक पहुंचाने का यह प्रयास 05 नवंबर 2017 से शुरू किया गया था. अभी तक 343 परिवारों को इस संस्था ने सहयोग किया है.
इस साल 1500 से ज्यादा लोगों को सेवा देने का लक्ष्य रखा गया है. रिम्स प्रबंधन से सहयोग मांग कर परिसर में फ्री एंबुलेंस की सेवा प्रदान की गयी है़ चार एंबुलेंस को सेवा कार्य में लगाया गया है.
असामाजिक तत्व कमा ले रहे हैं पैसा
अश्विनी राजगढ़िया ने बताया कि असामाजिक तत्व गरीब मरीजों के परिजनों से पैसा लेते हैं और संस्था के एंबुलेंस का उपयोग करते हैं. वह संस्था के कर्मचारियों को धमका कर एंबुलेंस से भिजवा देते है और गरीब परिवारों से पैसे की उगाही करते हैं. इसका विराेध करने पर वह मारपीट पर भी उतारू हो जाते हैं.