अनिर्वन व आलोक की कानों ने पहली बार सुनी कोई आवाज

रांची : राजधानी के दो मासूम बच्चे अब सुन और बोल पायेंगे. यह रिम्स के इएनटी विभाग व बीजीएमसी मेडिकल कॉलेज अहमदाबाद के इएनटी रोग विशेषज्ञ डॉ राजेश विश्वकर्मा के सहयोग से संभव हो गया है. कोकर निवासी 10 वर्षीय अनिर्वन श्रीवास्तव और धुर्वा निवासी चार वर्षीय आलाेक कुमार का रिम्स में कॉक्लियर इंप्लांट किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2018 8:24 AM
रांची : राजधानी के दो मासूम बच्चे अब सुन और बोल पायेंगे. यह रिम्स के इएनटी विभाग व बीजीएमसी मेडिकल कॉलेज अहमदाबाद के इएनटी रोग विशेषज्ञ डॉ राजेश विश्वकर्मा के सहयोग से संभव हो गया है. कोकर निवासी 10 वर्षीय अनिर्वन श्रीवास्तव और धुर्वा निवासी चार वर्षीय आलाेक कुमार का रिम्स में कॉक्लियर इंप्लांट किया गया है. बच्चों की सर्जरी एक माह पहले 11 दिसंबर 2017 को की गयी. कॉक्लियर इंप्लांट के बाद बच्चों को सुनने का अभ्यास कराया जा रहा है.
रिम्स के इएनटी के विभागाध्यक्ष डॉ पीके सिंह ने बताया कि कॉक्लियर इंप्लांट सर्जरी के माध्यम से कान के अंदर इलेक्ट्रानिक डिवाइस लगाया जाता है. वहीं, बाहरी कान में ट्रांसमीटर लगाया जाता है. कान के अंदर लगे इलेक्ट्रानिक डिवाइस से निकली ध्वनी विद्युत चुंबकीय तरंगों में बदलकर कॉक्लियर तक पहुंचाता है. इससे रोगी सुन पाता है. जब मरीज सुन पाता है, तो वह बोलने भी लगता है. रिम्स के इएनटी विभाग में यह चाैथा कॉक्लियर इंप्लांट है.
अॉपरेशन में ये थे शामिल : विजिटिंग सर्जन डॉ राजेश विश्वकर्मा, डॉ पीके सिंह, डॉ संदीप कुमार, डॉ आरके चौधरी, डॉ अमित कुमार, डॉ निशांत कुमार, डॉ गजेंद्र व डॉ अलख.

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