रिम्स में एंजियोग्राफी के लिए मरीजों से ले रहे 4500 रुपये

शासी परिषद का फैसला ताक पर रांची : रिम्स के शासी परिषद के फैसले के बाद भी यहां कार्डियोलाॅजी विंग में मरीजों को सस्ती दर पर एंजियेग्राफी जांच का लाभ नहीं मिल रहा है. फिलहाल, मरीजों को जांच के लिए 4,000 से 4,500 रुपये देने पड़ रहे हैं. इसके अलावा जांच का सामान और दवाएं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2018 8:26 AM
शासी परिषद का फैसला ताक पर
रांची : रिम्स के शासी परिषद के फैसले के बाद भी यहां कार्डियोलाॅजी विंग में मरीजों को सस्ती दर पर एंजियेग्राफी जांच का लाभ नहीं मिल रहा है. फिलहाल, मरीजों को जांच के लिए 4,000 से 4,500 रुपये देने पड़ रहे हैं. इसके अलावा जांच का सामान और दवाएं मरीजों के परिजन को ही बाजार से खरीदकर लाना पड़ रहा है.
गौरतलब है कि रिम्स के शासी परिषद की बैठक में सहमति बनी थी कि मरीजों की एंजियोग्राफी 3000 हजार रुपये में की जायेगी. इस फैसले के बाद मरीजों को सिर्फ पैसा देना पड़ता था. एंजियोग्राफी जांच का सामान रिम्स में ही मिल जाता था. इससे काफी सहूलियत होती थी.
लेकिन, करीब 150 मरीजों की सस्ती दर पर एंजियोग्राफी जांच करने के बाद इसे बंद कर दिया गया. दरअसल, विभाग के डॉक्टर ही सामान की गुणवत्ता पर सवाल उठाने लगे थे. कहा गया कि एफडीए एप्रूव ही सामान का उपयोग किया जाये. हालांकि, बाद में डॉक्टरों में आपसी सहमति बनने के बाद कुछ दिन फिर एंजियोग्राफी का सामान मंगाया गया, लेकिन बाद में बंद कर दिया गया. इधर, रिम्स प्रबंधन ने स्टेंट और पेसमेकर के लिए टेंडर निकाल दिया गया है. हालांकि, ई-टेंडर के माध्यम से निकाले गये इस टेंडर के भी रद्द होने की आशंका है. क्योंकि कई ऐसी शर्तें हैं, जिन्हें पूरा करना आसान नहीं है.
कार्डियोलॉजी को सुदृढ़ और सुव्यवस्थित करने का प्रयास हो रहा है. यही तो देखना है कि आखिर जो सेवाएं शुरू की गयी हैं, वह सही तरीके से चल क्यों नहीं रही हैं. थोड़ा और समय दिया जाये, व्यवस्था जरूर सुधरेगी ही.
डॉ आरके श्रीवास्तव,निदेशक रिम्स

Next Article

Exit mobile version