राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज, बदले जा सकते हैं विधानसभा अध्यक्ष
रांची : विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव को बदलने की चर्चा राजनीतिक हलकों में तेज हो गयी है. खबर है कि सरकार दिनेश उरांव को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है. विधानसभा के बजट सत्र के बाद सरकार मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकती है. इसे लेकर भाजपा के अाला कमान से भी बातचीत की जा रही […]
रांची : विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव को बदलने की चर्चा राजनीतिक हलकों में तेज हो गयी है. खबर है कि सरकार दिनेश उरांव को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है. विधानसभा के बजट सत्र के बाद सरकार मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकती है. इसे लेकर भाजपा के अाला कमान से भी बातचीत की जा रही है. सूचना है कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गुरुवार को भाजपा के मुख्य सचेतक राधा कृष्ण किशोर समेत पार्टी के कई वरीय नेताओं को बुला कर इस संबंध में चर्चा की है.
ऐसे में अटकलें लगायी जा रही हैं कि राधा कृष्ण किशोर को अगला स्पीकर बनाया जा सकता है. हालांकि विमला प्रधान के नाम की भी चर्चा चल रही है. पार्टी नेताओं से बात करने के बाद मुख्यमंत्री मंगलवार को दिल्ली चले गये. सीएम के दिल्ली जाने से झारखंड में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है. वह दिल्ली में पार्टी के आला नेताओं से इस पर बात करेंगे.
आला नेताओं की सहमति के बाद ही सब कुछ तय होगा. हालांकि मुख्यमंत्री सचिवालय के सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री रघुवर दास का दिल्ली दौरा पूर्व निर्धारित था. 12 जनवरी को स्किल समिट में हिस्सा लेने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान रांची आये थे. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री व झारखंड के अधिकारियों से स्किल के क्षेत्र में चलायी जानेवाली कई योजनाओं पर बातचीत की थी. इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को दिल्ली बुलाया था.
विधानसभा सत्र को लेकर हुई सीएम के साथ चर्चा : किशोर
सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक राधा कृष्ण किशोर ने कहा : सुबह मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात हुई. विधानसभा सत्र को सुचारु ढंग से चलाने को लेकर विचार-विमर्श किया गया. विधायक दल की बैठक को लेकर भी चर्चा हुई है. इसमें तय हुआ कि 17 जनवरी को एनडीए विधायक दल की बैठक होगी. इसके अलावा किसी अन्य मुद्दों पर बातचीत नहीं हुई है.
छह विधायकों ने की है शिकायत
बताया जाता है कि झाविमो से भाजपा में शामिल हुए छह विधायकों ने सीएम समेत पार्टी के शीर्ष नेताओं से स्पीकर की शिकायत की है. कहा है कि दल-बदल के मामले में उनकी बात नहीं सुनी जा रही है. हाल ही में मंत्री रणधीर सिंह ने भी इस संबंध में खुल कर अपनी बात कही है.