रिंग रोड फेज वन व टू के लिए नहीं होगी राशि की कमी
रांची : रांची के रिंग रोड फेज-1 और फेज-2 के लिए राशि की कमी नहीं होगी. तीन साल से ज्यादा समय से इसका काम लटका हुआ है, लेकिन इसके लिए राशि उपलब्ध करायी जायेगी. केंद्रीय सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देश के कुल 28 शहरों के लिए रिंग रोड बनाने की घोषणा […]
रांची : रांची के रिंग रोड फेज-1 और फेज-2 के लिए राशि की कमी नहीं होगी. तीन साल से ज्यादा समय से इसका काम लटका हुआ है, लेकिन इसके लिए राशि उपलब्ध करायी जायेगी. केंद्रीय सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देश के कुल 28 शहरों के लिए रिंग रोड बनाने की घोषणा की है. इसमें रांची रिंग रोड को भी शामिल किया गया है. इस तरह वर्षों से लटकी परियोजना पूरी हो जायेगी.
रांची-टाटा-महुलिया रोड योजना का है हिस्सा : रांची रिंग रोड फेज-1 और फेज-2 रांची-जमशेदपुर-महुलिया फोर लेन योजना का हिस्सा है. एनएचएआइ ने इस योजना में रिंग रोड के दोनों पार्ट को शामिल कर दिया था, लेकिन रांची-टाटा रोड की प्रगति काफी खराब होने की वजह से रिंग रोड नहीं बन सका. आज तक रांची से टाटा तक भी सड़क नहीं बन सकी. बार-बार केंद्रीय मंत्री के हस्तक्षेप के बाद भी निर्माण लटका हुआ है. ऐसे में हाईकोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ा है.
मुख्यमंत्री ने भी कई बार पहल की : इस सड़क के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी कई बार पहल की है. उन्होंने नितिन गडकरी से भी इस पर बात की थी. केंद्र सरकार ने रांची-टाटा रोड के निर्माण की स्थिति को देखते हुए रिंग रोड फेज-1 और फेज-2 के निर्माण के लिए अपने से पहल की है.
यह संभावना है कि रांची-जमशेदपुर-महुलिया रोड की एजेंसी को हटाया जाये. ऐसे स्थिति में रिंग रोड का भी काम लटक जायेगा. इससे बचने के लिए केंद्र ने रिंग रोड योजना के लिए राशि देने की घोषणा की है, ताकि इसके निर्माण में अड़चन न आये.