रांची- छात्रों ने लगाया जेएसएससी और जेपीएससी पर भ्रष्टाचार का आरोप, घंटों किया रास्ता जाम

रांची : जेएसएससी और जेपीएससी में मनमानी और धांधली का आरोप लगाते हुए आज रांची में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. छात्र सड़क जाम करके कचहरी चौक पर बैठ गये. छात्रों ने लगभग एक घंटे तक सड़क जाम रखा. छात्रों ने बताया कि मुख्य परीक्षा ना होने का आश्वासन देने के प्रदर्शन रोका गया. विरोध […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2018 5:22 PM
रांची : जेएसएससी और जेपीएससी में मनमानी और धांधली का आरोप लगाते हुए आज रांची में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. छात्र सड़क जाम करके कचहरी चौक पर बैठ गये. छात्रों ने लगभग एक घंटे तक सड़क जाम रखा. छात्रों ने बताया कि मुख्य परीक्षा ना होने का आश्वासन देने के प्रदर्शन रोका गया. विरोध कर रहे छात्रों ने मांग की है कि प्रथम सिविल सेवा परीक्षा से लेकर चतुर्थ सिविल सेवा परीक्षा तक आरक्षित वर्ग को प्रारंभिक परीक्षा में आरक्षण का लाभ दिया जाता था.

बिहार में अभी भी दिया जा रहा है जबकि जेपीएससी ने बिना किसी सरकारी आदेश के इसे खत्म कर दिया है. इसे अविलंब लागू किया जाना चाहिए.छात्र नेता ने मनोज यादव ने कहा, जेपीएससी से ज्यादा घोटाला जेएसएससी में है. ये लोग अलग-अलग नियम लागू कर रहे हैं. झारखंड के बच्चों को बाहर करने के लिए यह सारे काम हो रहे हैं. दोनों मिलकर सीट बेचने का खेल कर रहे हैं. बाहरी लोगों को नौकरी दी जा रही है. झारखंड सरकार यहां के लोगों को प्राइवेट नौकरी दे रही है जिसका वेतन 5 हजार से 6 हजार है.

छात्रों ने कहा हम मजबूर हैं कि हमें इस तरह सड़क जाम करना पड़ रहा है लेकिन हमारे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं है. हम क्या करें. जेपीएससी बार-बार यह कह कर गुमराह कर रही है कि छठी सिविल प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में जारी किया गया है. जबकि सच्चाई यह कि उच्च न्यायालय ने लक्ष्मण टोप्पो वाद में प्रारंभिक परीक्षा में आरक्षण देने या न देने का कोई आदेश ही पारित नहीं किया है, बल्कि कहा है कि प्रारंभिक परीक्षा में आरक्षण देना या न देना यह राज्य सरकार का विषय है.

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