कौशल विकास का लाभ स्थानीय को नहीं
रांची जिले में कुल 19 संस्थानों का चयन, 13 आवासीय सुविधा वाले रांची : झारखंड सक्षम कौशल विकास योजना के लिए चयनित कई संस्थानों (ट्रेनिंग सर्विस प्रोवाइडर यानी टीएसपी) का लाभ स्थानीय युवाओं को नहीं मिल रहा है. इसकी वजह संबंधित प्रशिक्षण संस्थानों का आवासीय सुविधा वाला होना है. ऐसे संस्थान स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण […]
रांची जिले में कुल 19 संस्थानों का चयन, 13 आवासीय सुविधा वाले
रांची : झारखंड सक्षम कौशल विकास योजना के लिए चयनित कई संस्थानों (ट्रेनिंग सर्विस प्रोवाइडर यानी टीएसपी) का लाभ स्थानीय युवाओं को नहीं मिल रहा है. इसकी वजह संबंधित प्रशिक्षण संस्थानों का आवासीय सुविधा वाला होना है. ऐसे संस्थान स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण देने से मना कर देते हैं. उनका कहना है कि उनका चयन आवासीय सुविधा वाले संस्थान के रूप में किया गया है. ऐसे में यदि कोई स्थानीय युवक या युवती प्रशिक्षण लेना चाहते हैं, तो उन्हें भी छात्रावास में रहना होगा.
इधर, कई युवा जो अपने घर में रहते हैं, वे हॉस्टल में रहना नहीं चाहते. नतीजतन उनका नामांकन लेने से संस्थान मना कर देते हैं. दरअसल, रांची जिले में कुल 19 संस्थानों का चयन कौशल विकास कार्यक्रम के तहत हुआ है. इनमें से 13 आवासीय सुविधा वाले हैं. इधर ट्रेनी की संख्या पूरी करने के लिए ये संस्थान विभिन्न जिलों से युवाओं को लाते हैं.
टाटीसिलवे में संचालित एसजीआरएस पार्क में लातेहार के कई लड़के-लड़कियां हैं. जबकि लातेहार में भी एसजीआरएस आवासीय प्रशिक्षण दे रहा है. इधर, टाटीसिलवे में प्रशिक्षित हो रहे लातेहार के कुछ प्रशिक्षुअों से यह पूछने पर कि उन्होंने अपने जिले में पढ़ाई क्यों नहीं की. उनका कहना था कि वहां के हॉस्टल में सुविधा नहीं है.
लाभ की जानकारी नहीं
राज्य कौशल विकास मिशन से प्रशिक्षुअों को मिलनेवाले लाभ की जानकारी का प्रचार-प्रसार नहीं होता है. यही वजह है कि प्रशिक्षण ले रहे युवाओं, खास कर हॉस्टल में रहनेवालों को नहीं मालूम कि उनके एक दिन के खाने-पीने के लिए सरकार कितने रुपये देती है. विभिन्न संस्थानों में उन्हें सुबह से रात तक दाल-भात खिलाया जा रहा है. गौरतलब है कि सरकार प्रति प्रशिक्षु प्रतिदिन 200 रुपये आवास व भोजन मद में देती है.