रांची : झारखंड विधानसभा में वर्ष 2018-19 का बजट पेश किये जाने से पहले विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने रघुवर दास सरकार पर बड़ा हमला किया. उन्होंने जेपीएससी और जेएसएससी का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि राज्य में ये दो स्वतंत्र संस्थान हैं. दोनों संस्थान युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही हैं. राज्य के युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता नहीं मिल रही. आरक्षित पदों पर भी झारखंड के बेरोजगारों को प्राथमिकता नहीं दी गयी.
उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग ने एक बार नियुक्तियां निकाली थीं. इसमें झारखंड के उम्मीदवारों की अनदेखी की गयी. झारखंड के महज 30 फीसदी युवाओं को ही काम मिला. बाकी 70 फीसदी रोजगार पाने वाले लोग बिहार, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के थे. श्री सोरेन ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि जेपीएससी और झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के ऐसे कार्यों की वजह से ही राज्य के युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है. राज्य में बेरोजगारी बढ़ रही है. लेकिन, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपनी आंखों पर इतनी पट्टियां बांध रखी हैं कि उन्हें सच्चाई दिख ही नहीं रही. उनकी आंखों से पट्टियां हटाने में विपक्ष के पसीने छूट रहे हैं.