झारखंड : जेल में लालू लिख रहे कविता, विपक्ष पर साधा निशाना, कहा रौंदोगे तो हिमाला बनूंगा

रांची : ठेठ अंदाज से सुर्खियाें में रहने वाले लालू प्रसाद अब जेल में कविता लिखने लगे हैं. ट्विट के जरिये कविता के माध्यम से विरोधियों पर पलटवार किया है. वहीं बिहार की धरती के प्रति अपने प्रेम को भी उजागर किया है. बता दें कि लालू ने 18 जनवरी को भी ट्विट किया था. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 26, 2018 7:18 AM
रांची : ठेठ अंदाज से सुर्खियाें में रहने वाले लालू प्रसाद अब जेल में कविता लिखने लगे हैं. ट्विट के जरिये कविता के माध्यम से विरोधियों पर पलटवार किया है. वहीं बिहार की धरती के प्रति अपने प्रेम को भी उजागर किया है. बता दें कि लालू ने 18 जनवरी को भी ट्विट किया था.
कहा था कि तानाशाह और तानाशाही को किया सलाम नहीं, लालू इंसान पैदा हुआ है कौनो गुलाम नहीं. उल्लेखनीय है कि लालू जब से जेल गये हैं अपने ट्विटर पर लिखने की जवाबदेही परिवार को दी है. कहा था कि हमसे जो लोग मिलने आएंगे, उनके माध्यम से मैं अपनी बातों को लोगों के सामने समय-समय पर रखूंगा.
क्या है लालू का ट्विट
रौंदोगे तो हिमाला बनूंगा
विष दोगे तो शिवाला बनूंगा
उधेड़ोगे तो दुशाला बनूंगा,
जलाओगे तो उजाला बनूंगा
दफ़नाओगे तो निवाला बनूंगा
लालू लाल है बिहार का
जन्म-जन्मांतर तक
इस मिट्टी का रखवाला बनूंगा.
डोरंडा कोषागार से जुड़े मामले में लालू पेश हुए
रांची़ चारा घोटाला मामले में डोरंडा कोषागार से जुड़े मामले में गुरुवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री अौर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में पेश हुए.
मामले में सीबीआइ की अोर से गवाही चल रही है. हालांकि आज कोई गवाह अदालत नहीं पहुंच पाया जिसकी वजह से गवाही नहीं हो पायी. मामले में अदालत ने अगली तिथि 27 जनवरी तय की है.
एक पार्टी लोकतंत्र को समाप्त कर रही है : कोर्ट से निकलने के बाद लालू प्रसाद ने कहा कि सारे लोगों को गणतंत्र दिवस की बधाई. सभी धूमधाम से मनायें. कहा कि देश में लोकतंत्र की जड़ें काफी मजबूत हैं. पर एक पार्टी विशेष इसे समाप्त करना चाहती है. लोगों को सजग रहना होगा.
अपने सजा के खिलाफ अपील में कब जायेंगे? इस सवाल पर लालू ने कहा कि यह सब मामला अधिवक्ता देख रहे हैं उन्हीं से पूछे. इस अवसर पर राजद नेता भोला यादव ने कहा कि सीबीआइ जानबूझ कर मामले को लंबा खींच रही है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी गवाह नहीं ला रही है. जो गवाह लाये जा रहे हैं उनका लालू प्रसाद से कोई वास्ता नहीं है.

Next Article

Exit mobile version