झारखंड विधानसभा : हेमंत सोरेन ने लगाया आरोप, विस अध्यक्ष एक तरफा चला रहे हैं सदन

रांची : ‘कुछ लोग सदन को हाईजैक कर रहे हैं. उन्हें सोचना चाहिए कि जनता के बीच उनके बारे में क्या संदेश जा रहा है.’ झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में लगातार हो रहे हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने सोमवार को यह टिप्पणी की. सदन में विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2018 1:15 PM

रांची : ‘कुछ लोग सदन को हाईजैक कर रहे हैं. उन्हें सोचना चाहिए कि जनता के बीच उनके बारे में क्या संदेश जा रहा है.’ झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में लगातार हो रहे हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने सोमवार को यह टिप्पणी की. सदन में विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव पर सदन को एक तरफा चलाने का आरोप लगाया.

हेमंत के इस बयान की सत्ता पक्ष के लोगों ने कड़ी निंदा की और हंगामा शुरू कर दिया. सत्ता पक्ष के लोगों ने कहा, हेमंत कैसे स्पीकर पर इतना गंभीर आरोप लगा सकते हैं. आज का दिन भी विस में हंगामे भर रहा.

विपक्ष राज्य के तीन बड़े अधिकारियों (मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, पुलिस महानिदेशक डीके पांडेय और एडीजी अनुराग गुप्ता) पर कार्रवाई की मांग पर अड़ा है और इस मुद्दे पर सदन में चर्चा चाहता है. लेकिन, सरकार का कहना है कि व्यक्ति विशेष के मुद्दे पर सदन में चर्चा नहीं हो सकती.

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सरकार ने कहा कि विपक्ष की इस मांग को आसन भी खारिज करचुकाहै. फिर भी इस जिद पर अड़े रहना विरोधी दलों की हठधर्मिता के अलावा कुछ और नहीं है. इससे पहले विपक्ष ने सदन के अंदर और बाहर अपनी मांगों के समर्थन में जमकर हंगामा किया.

विधानसभा में विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन और झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के नेता प्रदीप यादव ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही तीनों वरीय अधिकारियों के मुद्दे पर विशेष चर्चा कराने की मांग की. साथ ही कहा कि जेपीएससी और राज्य कर्मचारी चयन आयोग में नियुक्तियों में आरक्षण नियमों का पालन नहीं हो रहा है. सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए.

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विपक्ष की मांगें नहीं माने जाने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा और अन्य विरोधी दलों के नेता वेल में आ गये. हंगामा को देखते हुए 11:28 बजे सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी. 12:26 बजे फिर से सदन की कार्यवाही शुरू हुई, लेकिन विरोधी दलों ने एक बार फिर अपनी मांगों के समर्थन में हंगामा करना शुरू कर दिया. 12:45 बजे स्पीकर ने फिर से सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.

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