रांची : 2022 तक राज्य के 27000 गांवों में सप्लाई वाटर देंगे
राजमहल/रांची : राजमहल का राजकीय माघी मेला ऐतिहासिकता के साथ-साथ धार्मिक परंपरा को दर्शाता है. मां गंगा आशीर्वाद दे कि राज्य से गरीबी दूर कर सकें. यह बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को सात दिवसीय राजकीय माघी पूर्णिमा मेला के उद्घाटन कार्यक्रम में कही. उन्होंने कहा कि सरकार संताल परगना के विकास के प्रति […]
राजमहल/रांची : राजमहल का राजकीय माघी मेला ऐतिहासिकता के साथ-साथ धार्मिक परंपरा को दर्शाता है. मां गंगा आशीर्वाद दे कि राज्य से गरीबी दूर कर सकें. यह बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को सात दिवसीय राजकीय माघी पूर्णिमा मेला के उद्घाटन कार्यक्रम में कही. उन्होंने कहा कि सरकार संताल परगना के विकास के प्रति गंभीर है. सरकार वर्ष 2022 तक राज्य के 27000 गांवों में सप्लाइ वाटर बहाल करेगी. सरकार लोगों को पीने का शुद्ध पानी पिलायेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि साहिबगंज जिला संताल परगना का व्यापारिक हब बनेगा. संताल परगना का आर्थिक व व्यापारिक द्वार साहिबगंज होगा. प्रधानमंत्री द्वारा किये गये साहिबगंज-मनिहारी गंगा पुल का निर्माण कार्य जल्द प्रारंभ होगा. क्षेत्र के बच्चों को डिजिटल इंडिया से जोड़ने के लिए स्किल डेवलपमेंट सेंटर भी खुलेगा.
राजमहल गंगा तट पर बनेगा मांझी व जाहेर थान: सीएम ने कहा कि गुरुबाबाओं द्वारा राजमहल गंगा तट पर मांझी व जाहेर थान बनाने की मांग की थी. मांग को सरकार ने गंभीरता से लिया है. 24 लाख 53 हजार की लागत से राजमहल गंगा तट पर मांझी व जाहेर थान बनेगा. कार्य अप्रैल 2018 से शुरू होगा.
माघी पूर्णिमा मेला के दौरान रेलवे मैदान में जिला प्रशासन द्वारा बनाया गया नमामि गंगे गांव का उद्घाटन मुख्यमंत्री ने फीता काट कर किया. इसके बाद विभिन्न विभाग बाल विकास परियोजना, स्वास्थ्य विभाग, मनरेगा, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य विभाग, डिजीटल इंडिया सहित अन्य द्वारा लगाये गये स्टॉलों का भी निरीक्षण किया.
अपना गांव अपना काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी बहुल गांव में आदिवासी विकास समिति व गैर आदिवासी गांव में ग्राम विकास समिति बनाकर गांव की योजनाओं का चयन करें. सरकार उक्त समिति के खाते में सीधा पैसा भेजेगी. झारखंड के 27000 गांव में ग्राम समन्वयक की नियुक्त कर स्वरोजगार उपलब्ध कराया जायेगा.
उदघाटन समारोह में श्रम नियोजन मंत्री राजपलिवार, समाज कल्याण मंत्री डॉ लोइस मरांडी, कृषि मंत्री रणधीर सिंह, सत्तारूढ़ दल सचेतक अनंत कुमार ओझा व अन्य मौजूद रहे.