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बोले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा -मुख्य सचिव, डीजीपी को हटाने पर तत्काल निर्णय ले सरकार

अंजनी कुमार सिंह नयी दिल्ली : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा का मानना है कि राज्य और जनता के हित में सदन का चलना जरूरी है. सदन ही नहीं चलेगा, तो जनता की समस्याओं का समाधान कैसे होगा. सरकार जनता के हित में निर्णय कैसे ले पायेगी. विधानसभा का बजट सत्र अचानक समाप्त किये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 3, 2018 7:03 AM
अंजनी कुमार सिंह
नयी दिल्ली : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा का मानना है कि राज्य और जनता के हित में सदन का चलना जरूरी है. सदन ही नहीं चलेगा, तो जनता की समस्याओं का समाधान कैसे होगा. सरकार जनता के हित में निर्णय कैसे ले पायेगी. विधानसभा का बजट सत्र अचानक समाप्त किये जाने से आहत लक्ष्मण गिलुवा ने प्रभात खबर से बातचीत में कहा : विधायकों की मांग है कि मुख्य सचिव और डीजीपी को तत्काल हटाया जाये.
यह मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र में है. इसलिए निश्चित रूप से इस पर विचार किया जाना चाहिए. राज्य हित में या सरकार को अपने हित में भी तत्काल निर्णय लेना चाहिए. चूंकि यह मामला सरकार के संज्ञान में है, इसलिए मुख्यमंत्री निश्चित रूप से इस पर सोच-विचार कर ही रहे होंगे. हमलोग भी चाह रहे हैं कि इस पर कुछ न कुछ निर्णय होना ही चाहिए.
मामला सामने आयेगा, तो रास्ता िनकालेंगे : उन्होंने कहा : अपने माननीय सदस्यों से मुलाकात नहीं हुई है. यदि वे लोग हमारे पास आ जाते, तो हमें भी इस मामले को आगे बढ़ाने या इस पर निर्णय लेने में सहूलियत होती. हमारे पास कोई विचार या प्रस्ताव आता, तो हम भी इस पर किसी तरह का निर्णय कर सकते थे कि राज्य हित में क्या हो सकता है. राज्य हित में जो भी संभव होता वह करते. लेकिन जब तक यह मामला मेरे पास नहीं आता है, इस पर किसी तरह का निर्णय लेने में कठिनाई है. मेरे सामने यह मामला आयेगा, तो कुछ न कुछ रास्ता जरूर निकालेंगे. एक-दो दिन में संगठन स्तर पर भी विधायकों की शिकायतों पर विचार किया जायेगा.
विधायकों की नाराजगी का समाधान ढूंढ़ा जाना चाहिए
सरयू राय के इस्तीफे पर
उन्हें मनाया जा सकता था
सदन न चलने को लेकर संसदीय कार्य मंत्री के पद से इस्तीफा देनेवाले सरयू राय को लेकर उन्होंने कहा : उनकी थोड़ी नाराजगी थी, जिसे दूर किया जा सकता था. उन्हें मनाया जा सकता था. लेकिन मंत्रिमंडल से संबंधित फैसले मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र का मामला है. इसलिए इस पर कुछ बोलना ठीक नहीं होगा.
पार्टी विधायकों की नाराजगी पर
मुझसे िकसी ने संपर्क नहीं िकया
पार्टी के कुछ विधायकों की नाराजगी के संबंध में उन्होंने कहा : आज तक किसी विधायक या मंत्री ने उनसे संपर्क नहीं किया है. जब तक मंत्री या विधायक अपनी बात बतायेंगे नहीं, संगठन के लोग क्या करेंगे. जानकारी के मुताबिक सदन बाधित हो गया, इसलिए कुछ अपने लोग भी नाराज हो गये. मुख्यमंत्री के संज्ञान में दे दिया गया है कि इसका रास्ता निकलना चाहिए.
विधानसभा नहीं चलने पर
सदन चलाने के लिए माहौल तैयार किया जाना चाहिए था
विधानसभा सत्र नहीं चलने को लेकर लक्ष्मण िगलुवा ने कहा : सदन नहीं चलेगा, तो राज्य व जनता के हित में कैसे काम किये जा सकते हैं. सदन को चलाने के लिए माहौल तैयार किया जाना चाहिए था. सभी विपक्षी दलों व प्रमुख नेताओं से बातचीत की जानी चाहिए थी. विपक्ष के नेताओं की बैठक बुलानी चाहिए थी.
उन्हें मनाया जाना चाहिए था. पता नहीं एेसा क्यों नहीं हो पाया. विधायकों की नाराजगी का समाधान खोजा जाना चाहिए था. सदन का न चलाना किसी समस्या का हल नहीं हो सकता है.

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