रांची : वनों एवं वन्य प्राणियों के संरक्षण एवं विकास पर सम्मेलन सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि झारखंड में दूसरे राज्यों की तुलना में अधिक वन संपदा है. लोगों की बनायी चीजें सरकार खरीद सकती है, जिससे गांव में बैठे-बैठे लोग पैसा कमा सकते हैं".नौकरशाही के जरिए नहीं बल्कि जनता के जरिए अब गांव-गांव तक विकास पहुंचेगा.
वन धरती का फेफड़ा
नौकरशाही के जरिए नहीं बल्कि जनता के जरिए अब गांव-गांव तक विकास पहुंचेगा।
सरकार जनता के साथ एक पैर पर खड़ी है, मैं बेहद गरीब परिवार से आता हूं, मैंने गरीबी देखी है, गरीब की वेदना समझता हूं, इसलिए इस अमीर राज्य की गोद में जो गरीबी बसती है उसे हमें खत्म करना है। #NewJharkhand pic.twitter.com/srd90uSLfb— Raghubar Das (@dasraghubar) February 4, 2018
वन हमारी धरती का फेफड़ा है, जो हवा को शुद्ध करता है, इसलिए वन बचाइए, प्रकृति का दोहन मत करिए. प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित करें. आज अगर वन सुरक्षित हैं तो इसका श्रेय मैं अपने गांव के भाइयों और बहनों को देता हूं. उनकी जागरूकता की वजह से वनों का संरक्षण संभव हो सका है. वन विभाग ने बहुत अच्छा काम किया है, उन्हें बधाई. हम स्वशासन और सुशासन लाना चाहते हैं. जनसहयोग से कोई भी काम आसान हो जाता है. जनभागीदारी से कार्य को बल मिलता है. विभाग हर समिति में महिलाओं को जरूर शामिल करे.
अर्बन हाट में हैंडीक्रॉफ्ट की होगी बिक्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि जितना उत्पादन सखी मंडल और समितियों द्वारा होगा सब सरकार खरीदेगी, जिसके लिए अर्बन हाट बनाया जाएगा. हाट में हैंडिक्रॉफ्ट का सामान, मधु बेचा जाएगा. बाजार सरकार उपलब्ध कराएगी, जिससे गरीबों की आय बढ़ेगी. खेती के साथ पशुपालन भी करें, जिससे दूध आदि बेचकर भी आमदनी बढ़े.
झारखंड में महिलाएं प्रकृति से जुड़ी है
सीएम रघुवर ने कहा कि हम अगर आपके द्वारा बनाये गए वस्तुओं की ढंग से मार्केटिंग और ब्रांडिंग करें तो हमें सफलता जरूर मिलेगी. हमारी सरकार की प्राथमिकता है कि हम राज्य से हो रहे पलायन को रोकें. आज मैंने यहां प्रदर्शनी में देखा कि कैसे हमारी महिलाएं प्रकृति से जुड़ी हैं. झारखण्ड प्राकृति की गोद में बसा राज्य है, दूसरे राज्यों की तुलना में यहां वन संपदा कहीं अधिक है. लोगों की बनाई चीजें सरकार खरीद सकती है, जिससे गांव में बैठे-बैठे लोग पैसा कमा सकते हैं. गांव में कुटीर ओर लघु उद्योग का जाल हम बिछा दें तो लोगों को पलायन नहीं करना पड़ेगा. अधिकारियों से अनुरोध है कि सकारात्मक रुख अपनाकर कैसे गरीब के जीवन में बदलाव लाएं, ये अपना ध्येय बनाएं. इस राज्य में एक-एक गरीब को रोजगार से जोड़ना सरकार की प्राथमिकता है. गरीब बहनों से पूछें कि किस क्षेत्र में काम करना चाहती है, उसमें उन्हें लगाएं.
अंडा उत्पादन में चार लाख प्रति व्यक्ति साहयता राशि
अंडा उत्पादन में चार लाख प्रति व्यक्ति सहायता राशि सरकार देगी, हमारी सरकार जनता को उसी स्कीम से जोड़ेगी, जिसकी मार्केटिंग हो, जैसे लाह का काम, कुकून के धागे की आंध्र प्रदेश में डिमांड है, हमारे गरीब भाई-बहन अर्जुन का पेड़ लगाएं, किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं पड़ेगी. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि बांस को पेड़ों की श्रेणी से हटा दिया गया है. इसकी ब्रांडिंग कैसे करेंगे इस पर भी सरकार काम कर रही है. वन विकास और जन विकास, इस मूलमंत्र के साथ वन विभाग को काम करने की जरूरत है. गरीब जनता की सोच बहुत बड़ी है, हमें गांव का विकास करना है. हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का संकल्प है कि हर गरीब के चेहरे पर खुशी हो, 2022 तक गरीबी खत्म हो. हम सब की ये जिम्मेदारी है कि हम गरीबी को खत्म करने की दिशा में जोर-शोर से काम करें. आप एक कदम चलो, आपका ये दास चार कदम चलेगा.
पुरूष शराब छोड़कर दूध पिएं
दिवाली 2018 तक हर गांव में बिजली पहुंचाएंगे. 2019 तक हर गांव को सड़क से जोड़ा जाएगा, जिससे गांव के लोग अपना सामान शहर के बाजार तक पहुंचा सकेंगे. जनता से यही अनुरोध है कि अपने गांव में बैठक करें. गांव में कमेटी बनेगी जिसका सचिव पुरुष होगा और अध्यक्ष महिलाएं होंगी.
हमारी महिलाएं जागरूक हैं, पुरुषों को जागरूक होने की जरूरत है. आप शराब छोड़कर दूध पिएं. आने वाली पीढ़ी को बेहतर जिंदगी दें. इस इलाके के स्कूल को अपग्रेड करने के लिए वन विभाग की तरफ से एक एकड़ जमीन हस्तांतरित कर दी जाएगी.