झारखंड में स्पीडी ट्रायल की सूची में 501 गंभीर आपराधिक मामले शामिल, पर विधायकों से जुड़ा एक भी मामला नहीं
II शकील अख्तर II सीआइडी ने तैयार की है गंभीर आपराधिक मामलों की सूची रांची : राज्य सरकार के अनुरोध के बाद पूरे झारखंड में 501 गंभीर आपराधिक मामलों की सुनवाई हो रही है. हालांकि इनमें से एक भी मुकदमा किसी विधायक से संबंधित नहीं है, जबकि राज्य के न्यायालयों में कई विधायकों के खिलाफ […]
II शकील अख्तर II
सीआइडी ने तैयार की है गंभीर आपराधिक मामलों की सूची
रांची : राज्य सरकार के अनुरोध के बाद पूरे झारखंड में 501 गंभीर आपराधिक मामलों की सुनवाई हो रही है. हालांकि इनमें से एक भी मुकदमा किसी विधायक से संबंधित नहीं है, जबकि राज्य के न्यायालयों में कई विधायकों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले विचाराधीन हैं. इसमें हत्या, हत्या के प्रयास और अार्म्स एक्ट से जुड़े मामले हैं. इनमें से पूर्व विधायक (कमल किशोर भगत व योगेंद्र प्रसाद) को सामान्य प्रक्रिया के तहत चोरी व मारपीट के आरोप में सजा हो चुकी है. हालांकि इनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला विचाराधीन है.
सुप्रीम कोर्ट में दायर थी याचिका : विधायकों व सांसदों के खिलाफ दर्ज गंभीर आपराधिक मामलों के त्वरित सुनवाई की मांग लंबे समय से होती रही है. सुप्रीम कोर्ट ने पब्लिक इंटरेस्ट फाउंडेशन बनाम भारत सरकार की याचिका पर सुनवाई के दौरान जांच एजेंसियों को निर्देश दिया था.
इसमें कहा गया था कि जांच और अभियोजन चलानेवाली एजेंसियों को विधायकों, सांसदों के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों के त्वरित निष्पादन के लिए अधिक सक्रिय कदम उठाना चाहिए.
झारखंड हाइकोर्ट में दायर की गयी थी याचिका : झारखंड हाइकोर्ट में भी वर्ष 2015 में एक याचिका दायर कर विधायकों के खिलाफ दर्ज गंभीर आपराधिक मुकदमों की त्वरित सुनवाई की मांग की गयी थी. इस बीच, राज्य सरकार ने वर्ष 2017 में विभिन्न जिलों में दर्ज 501 गंभीर आपराधिक मामलों की त्वरित सुनवाई के लिए हाइकोर्ट से अनुरोध किया. सीआइडी ने गंभीर आपराधिक मामलों की सूची तैयार की.
इस सूची में विधायकों के खिलाफ दर्ज एक भी गंभीर आपराधिक मामलों को शामिल नहीं किया. जबकि 16 विधायक ऐसे हैं जिनके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास जैसे गंभीर आपराधिक मामले वर्षों से लंबित हैं. सामान्य प्रक्रिया के तहत लोहरदगा के विधायक कमल किशोर भगत और गोमिया के विधायक योगेंद्र प्रसाद को सजा हुई. इन दोनों के खिलाफ भी हत्या के प्रयास का मामला विचाराधीन है. राज्य के जिन विधायकों के खिलाफ हत्या के अपराध का मामला दर्ज हैं, उनमें कोलेबिरा विधायक एनोस एक्का, तोरपा विधायक पौलुस सुरीन और सिमरिया के विधायक गणेश गंझू के नाम शामिल हैं.
विधायकों के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और अार्म्स एक्ट से जुड़े मामले कोर्ट में है विचाराधीन
इनके खिलाफ दर्ज गंभीर आपराधिक मामलों का ब्योरा
विधायक का नाम कांड संख्या स्थिति आरोप
राजकुमार यादव (धनवार) गिरिडीह 46/93 विचाराधीन अपहरण
कुशवाहा शिवपूजन मेहता (हुसैनाबाद)पलामू 17/14 विचाराधीन सांप्रदायिक सौहार्द्र
बिगाड़ना व हत्या का प्रयास
फूलचंद मंडल (सिंदरी)धनबाद 300/99 विचाराधीन हत्या का प्रयास
ढुलू महतो (बाघमारा )धनबाद 220/06 विचाराधीन हत्या का प्रयास
चमरा लिंडा ( बिशुनपुर) गुमला 810/13 विचाराधीन हत्या का प्रयास
दशरथ गगरई (खरसावां) सरायकेला जीआर 551/11 विचाराधीन हत्या का प्रयास
विधायक का नाम कांड संख्या स्थिति आरोप
योगेंद्र प्रसाद (गोमिया)बोकारो 17/06 विचाराधीन हत्या का प्रयास
अमित कुमार (सिल्ली)रांची 42/06 विचाराधीन हत्या का प्रयास
जगन्नाथ महतो (डुमरी) गिरिडीह 20/12 विचाराधीन हत्या का प्रयास
पौलुस सुरीन (तोरपा) खूंटी जीआर 197/13 विचाराधीन हत्या का आरोप
गणेश गंझू (सिमरिया)चतरा 06/98 विचाराधीन हत्या का आरोप
भानु प्रताप शाही (भवनाथपुर) गढ़वा जीआर 69704 विचाराधीन हत्या का प्रयास
एनोस एक्का (कोलेबिरा) सिमडेगा एसटी 2915 विचाराधीन हत्या का आरोप
कमल किशोर भगत (पूर्व विधायक) 115/09 विचाराधीन हत्या का प्रयास