रांची : देश के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आम बजट में रेलवे के लिए भी कुछ घोषणाएं कीं. जेटली ने बजट भाषण में रेलवे की योजनाओं का विस्तार से वर्णन नहीं किया. लेकिन, अब रेल मंत्री पीयूष गोयल यह बता रहे हैं कि किन राज्यों को क्या-क्या सौगातें मिलीं. किस राज्य के हिस्से क्या आया. रेल मंत्री की मानें, तो झारखंड के लिए आवंटन में भारी इजाफा किया गया है. 542 फीसदी का. इसमें एक योजना तो ऐसी है, जो दिल्ली जाने वालों के दो घंटे तक बचायेगी.
धन्यवाद @PiyushGoyal जी झारखण्ड की सवा 3 करोड़ जनता की ओर से आपका आभार। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में देश दिन दूनी रात चौगुनी गति से विकास के पथ पर अग्रसर है। #NewIndia #NewJharkhand https://t.co/t24cFgGSgP
— Raghubar Das (@dasraghubar) February 6, 2018
गोयल ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि वर्ष 2009 से 2014 के बीच झारखंड में रेलवे परियोजनाओं के लिए 457 करोड़ रुपये आवंटित किये गये. वहीं, वर्ष 2018-19 के बजट में इस राज्य के लिए 2,933 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है. उन्होंने बताया है कि ये योजनाएं राज्य में चल रही 26,308 करोड़ रुपये की 30 परियोजनाओं के अतिरिक्त हैं.
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एक ग्राफिक्स के जरिये दी गयी जानकारी में कहा गया है कि दो नयी रेल लाईनें बिछायी जायेंगी और तीन लाईनों का दोहरीकरण किया जायेगा. इस पर 5,315 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
योजना के मुताबिक, पारसनाथ-मधुबन-गिरिडीह के बीच 35 किलोमीटर लंबी रेल लाईन बिछायी जायेगी. नामकुम और कांड्रा के बीच भी नयी रेल लाईन बिछेगी. इसकी लंबाई 106 किलोमीटर होगी.
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चांडिल-अनारा-बर्नपुर सेक्शन पर नीमडीह, उरमा, तमना, चेरा और बगालिया स्टेशनों के लिए अतिरिक्त लूपलाईन का निर्माण किया जायेगा, जो करीब 125 किलोमीटर का होगा. आद्रा डिवीजन में तलगड़िया स्टेशन से बोकारो नॉर्थ/केबिन सेक्शन तक 38 किलोमीटर (32+6) तक रेल लाईन के दोहरीकरण का प्रस्ताव किया गया है.
झारखण्ड के लोगों की दशकों की मांग पूरी हुई। नामकुम – कांड्रा और पारसनाथ-मधुबन-गिरिडीह को मंजूरी देने के लिए माननीय रेल मंत्री श्री @PiyushGoyal जी हृदय से आभार। #NewJharkhand @RailMinIndia @PiyushGoyalOffc @BJP4Jharkhand pic.twitter.com/XowI4Rdcjs
— Raghubar Das (@dasraghubar) February 7, 2018
लोधमा और पिस्का के बीच एक ‘Y’ बाईपास (17 किलोमीटर) बनेगा, जिससे ट्रेनों के हटिया या रांची आने की अनिवार्यता समाप्त हो जायेगी. राउरकेला और जमशेदपुर से गुजरने वाली ट्रेनें टोरी के रास्ते दिल्ली निकल जायेंगी.
इस लिंक रेल लाइन के निर्माण पर 428.65 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसके सर्वे औरभूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शीघ्र शुरू होगी.
मालगाड़ी रैक की उपलब्धता दोगुनी हो जायेगी
बरकाकाना और गोमो रूट में कई बार मालगाड़ियां घंटों खड़ी रहती हैं. हेवी ट्रैफिक के कारण सालों भर ऐसा होता है. कुहासा के दौरान तो मालगाड़ी के दर्जनोंरैकफंसे रहते हैं. इससे रेलवे के पास रैक की कमी हो जाती है. नयी लिंक लाइन से रैक उपलब्धता बढ़ेगी और मालढुलाई बढ़ेगी तथा राजस्व में दोगुनी वृद्धि होने का अनुमान है.
लोधमा-पिस्का ‘Y’ लिंक के फायदे
-इस लिंक से रांची शहर रेलवे की मुख्य संपर्क से जुड़ जायेगा
-कई पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेन भी इस इस लाइन से गुजरेंगी, जिससे समय की बचत होगी
-रेलवे के राजस्व में वृद्धि होगी
-मुरी-बरकाकाना और गोमो रूट पर मालगाड़ियों को बेवजह दो-दो दिन तक खड़ा नहीं रखना होगा
-मुरी-बरकाकाना रेल लाईन पर कम होगा ट्रैफिक का दबाव
-मुरी-बरकाकाना और गोमो रूट के विकल्प के रूप में इस लाईन का हो सकेगा इस्तेमाल
-जम्मूतवी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें हटिया होते हुए सीधे टोरी निकल जायेंगी, जिससे सफर आसान तो होगा ही, दो घंटे तक समय भी बचेंगे