विजेता कंस्ट्रक्शन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
केशो जलाशय परियोजना में घोटाले का मामला रांची : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने कोडरमा की केशो जलाशय परियोजना में करोड़ों के घोटाले के मामले में पंचम सिंह की कंपनी विजेता कंस्ट्रक्शन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. केस के अनुसंधान का जिम्मा डीएसपी रैंक के अधिकारी सादिक अनवर रिजवी को सौंपा गया है. […]
केशो जलाशय परियोजना में घोटाले का मामला
रांची : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने कोडरमा की केशो जलाशय परियोजना में करोड़ों के घोटाले के मामले में पंचम सिंह की कंपनी विजेता कंस्ट्रक्शन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. केस के अनुसंधान का जिम्मा डीएसपी रैंक के अधिकारी सादिक अनवर रिजवी को सौंपा गया है. जल संसाधन विभाग ने प्राथमिकी दर्ज करने के लिए मामले से जुड़ी फाइल पूर्व में ही एसीबी को भेजी थी. पर मंत्रिमंडल निगरानी विभाग से अनुमति नहीं ली गयी थी.
इस कारण एसीबी के तत्कालीन डीजी केएस मीणा ने निगरानी विभाग से इसकी अनुमति मांगी थी. मंत्रिमंडल निगरानी विभाग से अनुमति मिलने के बाद एसीबी ने केस दर्ज किया है. एसीबी के अधिकारियों के अनुसार जांच के दौरान मामले में निर्माण कार्य से जुड़े पेपर भी हासिल किये जायेंगे. कार्यस्थल का भौतिक सत्यापन के लिए एसीबी की टीम को कोडरमा भेजा जा सकता है.
मंत्रिमंडल निगरानी विभाग
से स्वीकृति मिलने के बाद एसीबी ने की कार्रवाई
19 करोड़ का काम किया, 44 करोड़ का भुगतान लिया
कोडरमा में निर्माणाधीन केशो जलाशय परियोजना में गड़बड़ी की बात सामने आने पर मंत्रिमंडल निगरानी की तकनीकी समिति ने आरंभिक जांच की थी. इसमें यह बात सामने आयी थी कि कंपनी ने बिना काम किये ही भुगतान हासिल कर लिया. कंपनी ने सिर्फ 19 करोड़ का काम किया और इसके बदले 44 करोड़ का भुगतान ले लिया.
19 करोड़ का काम किया…
मामले में जल संसाधन विभाग के 13 अभियंताओं की संलिप्तता पर सवाल उठाये गये थे. तकनीकी समिति ने 2016 में जांच शुरू की थी. जल संसाधन विभाग के तत्कालीन सचिव सुखदेव सिंह ने हजारीबाग के चीफ इंजीनियर के नेतृत्व में तकनीकी जांच दल का गठन किया था.