झारखंड के हित में काम करूंगा : शैलेंद्र

आदिवासियों के विरोध पर पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो की प्रतिक्रिया चाईबासा : झारखंड अलग राज्य के लिए लड़ा हूं, सिर्फ कुड़मी जाति का ही नेता नहीं, बल्कि पूरे झारखंडियों के साथ खड़ा हूं. उक्त बातें पूर्व सांसद, झारखंड आंदोलनकारी शैलेंद्र महतो ने कही. उन्होंने आदिवासियों के विरोध के बाद अपना बयान जारी करते हुए कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2018 9:07 AM
आदिवासियों के विरोध पर पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो की प्रतिक्रिया
चाईबासा : झारखंड अलग राज्य के लिए लड़ा हूं, सिर्फ कुड़मी जाति का ही नेता नहीं, बल्कि पूरे झारखंडियों के साथ खड़ा हूं. उक्त बातें पूर्व सांसद, झारखंड आंदोलनकारी शैलेंद्र महतो ने कही. उन्होंने आदिवासियों के विरोध के बाद अपना बयान जारी करते हुए कहा कि कुड़मी जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने पर विरोध करनेवाले इतिहास जान लें.
1913 के गैजेट ऑफ इंडिया तथा 1931 के बिहार व ओड़िसा के गजट में 13 जनजातियां अनुसूचित जनजाति प्रमाणित हैं, जिनमें कुड़मी भी शामिल हैं. 1950 में संविधान बनने के बाद कुड़मी को बिना कारण बताये एसटी से हटा दिया गया. उन्होंने कहा कि कुड़मी एसटी में शामिल होते हैं, तो पूर्वोत्तर के राज्यों की तरह झारखंड भी छठी अनुसूची में शामिल हो जायेगा, जिसमें आदिवासियों की अपनी शासन व्यवस्था चलेगी. आज राज्य में बाहरी लोगों का समावेश हो रहा है. 2011 की जनगणना के मुताबिक राज्य में आदिवासियों की संख्या सिर्फ 21 प्रतिशत बच गयी है, जिससे अनुसूचित क्षेत्रों पर खतरा मंडरा रहा है.
यदि यही सिलसिला जारी रहा, तो आगे आदिवासी पांचवीं अनुसूची के जनजाति से भी हट जायेंगे. उन्होंने आदिवासी नेताओं से अनुरोध किया कि जो भी इस राज्य के रीति-रिवाजों, भाषा-संस्कृति, पूजापाठ से जुड़ा है, उन्हें अनुसूचित जनजाति में शामिल किया जाये. उन्होंने कहा कि यदि कुड़मी एसटी में शामिल हो जाते हैं, तो आदिवासियों के वर्तमान अधिकार छिनेंगे नहीं, बल्कि 26 प्रतिशत से बढ़ कर आरक्षण और अधिक हो जायेगा.
कुड़मियों का प्रतिनिधित्व करने पर आदिवासियों में अाक्रोश
शैलेंद्र महतो द्वारा 42 विधायकों के हस्ताक्षर युक्त पत्र मुख्यमंत्री रघुवर दास के सौंपे जाने के बाद चाईबासा समेत अन्य जगहों में आदिवासियों में उनके खिलाफ अाक्रोश उभरा है. आदिवासियों के अधिकार छीनने और गलत मांगों पर आंदोलन करने का आरोप लगा कर विभिन्न स्थानों पर आदिवासी नेता-कार्यकर्ता श्री महतो का पुतला दहन कर रहे हैं.

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