गुमला व सिमडेगा के 16 लाख लोग बंधक
रांची: गुमला व सिमडेगा दो दिनों से बंद हैं. बाजार बंद हैं. खाद्यान्न नहीं मिल रहे. यहां रोज कमाने-खानेवाले अधिक हैं, उनके सामने खाने का संकट हो गया है. हरी सब्जियों की भी किल्लत हो गयी है. गाड़ियां नहीं चल रहीं. बॉक्साइट की ढुलाई ठप है. ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का आना-जाना बंद है. सड़कों […]
रांची: गुमला व सिमडेगा दो दिनों से बंद हैं. बाजार बंद हैं. खाद्यान्न नहीं मिल रहे. यहां रोज कमाने-खानेवाले अधिक हैं, उनके सामने खाने का संकट हो गया है. हरी सब्जियों की भी किल्लत हो गयी है. गाड़ियां नहीं चल रहीं. बॉक्साइट की ढुलाई ठप है. ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का आना-जाना बंद है. सड़कों पर कफ्यरू सा सन्नाटा है.
यह सब हुआ है उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के अनिश्चितकालीन बंद के आह्वान पर. पीएलएफआइ का आरोप है कि पुलिस ने उसके जोनल कमांडर संजय टाइगर को पकड़ लिया है. उसे कोर्ट में पेश नहीं कर रही. हालांकि पुलिस इससे इनकार कर रही है.
पीएलएफआइ ने इसके विरोध में दोनों जिलों में बंद का आह्वान कर दिया. दोनों जिलों में पीएलएफआइ के 100 हथियारबंद उग्रवादी सक्रिय हैं, जिनमें 10 बड़े हैं. इन जिलों की आबादी करीब 16 लाख (गुमला 10, 25,656 और सिमडेगा 5,99,813) है. गुमला जिले में करीब 1800 छोटी-बड़ी गाड़ियां प्रतिदिन चलती हैं. 800 ट्रकों से बॉक्साइट की ढुलाई होती है. वह पूरी तरह ठप है.
खुदाई पर भी असर पड़ा है. करोड़ों का नुकसान हुआ है. यहां रोज 300 बसें चलती हैं. 400 छोटी गाड़ियां चलती हैं. सभी ठप हैं. पुलिस प्रतिदिन करीब 800 लाइन ट्रकों को पार करा रही है. पेट्रोल पंपों पर ताले लटके हैं. जिले में 4000 दुकानें हैं. इनमें खाद्यान्न की दुकानें की संख्या अधिक है. इनके बंद होने से लोगों को खाद्यान्न नहीं मिल रहे. सबसे अधिक परेशानी उन लोगों को है, जिनके घरों में शादियां हैं. वैसे विवाह की गाड़ियों पर रोक नहीं है.
सब्जियों की किल्लत
सिमडेगा में करीब 1100 छोटी-बड़ी गाड़ियां चलती हैं. यह पूरी तरह ठप है. छिटपुट टेंपो ही चल रही हैं. खाद्यान्न का संकट यहां भी है. वाहन नहीं चलने से हरी सब्जियों की भारी किल्लत है. फल भी नहीं मिल रहे. ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों का आना-जाना भी पूरी तरह ठप है.
पीएलएफआइ की क्षमता : दोनों जिलों में पीएलएफआइ के 100 उग्रवादी सक्रिय हैं. इनमें 10 बड़े हैं.
दोनों जिलों में पुलिस की क्षमता : दोनों जिलों में पुलिसकर्मी की संख्या करीब 4500 है. इसके अलावा सीआरपीएफ, कोबरा, आइआरबी, झारखंड जगुआर के जवान भी तैनात हैं.
पहले भी कराया है बंद
04 मार्च 13 सिमडेगा बंद
23 फरवरी गुमला- सिमडेगा बंद
24 फरवरी गुमला- सिमडेगा बंद
25 फरवरी गुमला- सिमडेगा बंद
26 फरवरी गुमला- सिमडेगा बंद
27 फरवरी गुमला- सिमडेगा बंद