बुंडू : फेसबुक पर धर्म विशेष पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद बुधवार को बुंडू में माहौल बिगड़ गया था. गुरुवार को स्थिति सामान्य देखी गयी. पुलिस ने अारोपी तौफिक इराकी को जेल भेज दिया है. उसे बुधवार को ही गिरफ्तार किया गया था. दुकानें आम दिनों की तरह खुली. वाहनों का भी आवागमन हुआ. पुलिस ने शहर के सभी संवेदनशील स्थलों पर कैंप किया. गश्ती दल रात भर घूमता रहा.
शहर में अमन-चैन बहाल करने को लेकर गुरुवार को थाना परिसर में शांति समिति की बैठक हुई. अध्यक्षता ग्रामीण एसपी अजय पीटर डुंगडुंग ने की. उन्होंने कहा कि अशांति फैलाने वालों पर नजर रखी जा रही है. शहर में धारा 144 लागू है. बैठक में दोनों समुदाय के लोगों ने शांति बनाये रखने का निर्णय लिया. बुधवार की घटना को एक हादसा बताया. कहा कि बुंडू में दोनों समुदाय के लोगों ने सदियों से आपसी सद्भाव बनाये रखने की परंपरा कायम रखने की मिसाल कायम की है. ग्रामीण डीएसपी ने शांति समिति के सदस्यों से कहा कि प्रत्येक माह की एक तारीख को बैठक कर शहर में शांति बहाल करने की पहल करें. व्यवसायी दुकान खोलें. उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जायेगी. उन्होंने धुर्वामोड़ व सुभाष चौक में 6-1 की ट्रैफिक पुलिस देने के लिए ट्रैफिक एसपी संजय रंजन सिंह से बात की.
बैठक में शामिल थे : बैठक में बुंडू एसडीएम सरोज तिर्की, कार्यपालक दंडाधिकारी पायल राज, डीएसपी केवी रमण, इंस्पेक्टर संचमान तमांग, बीडीओ राजकिशोर प्रसाद, सीओ बबली कुमारी, प्रखंड प्रमुख परमेश्वरी सांडिल, मो सलीम, आलमगीर आलम, मीनार भाई, मो जैनुल, कमरू जामा, जमशेद, जमील अंसारी, सरफराज अहमद, शहीद अंसारी, राम महतो, राजकिशोर कुशवाहा, रोशन महतो, टीपू साहू, मनीष जायसवाल, कवि नायक, चौधरी महतो, रंजीत महतो, शत्रुघ्न महतो, मोनू जायसवाल, भूषण स्वांसी, उज्ज्वल कुमार, राजीव लोचन महतो, सजल कुंडू सहित कई लोग शामिल थे.
घटना प्रशासनिक चूक का नतीजा
अॉल इंडिया पीपुल्स फोरम (एआइपीएफ) तथा माले ने अपनी संयुक्त जांच रिपोर्ट में 14 फरवरी को हुई बुंडू की घटना को प्रशासनिक चूक का नतीजा बताया है. दोनों का दावा है कि यह रिपोर्ट घटनास्थल तथा बाद की आखों देखी तथा लोगों से बातचीत के आधार पर तैयार की गयी है. एआइपीएफ के राज्य संयोजक मंडल सदस्य अनिल अंशुमन, माले राज्य कमेटी सदस्य सुखदेव मुंडा, एरिया सचिव जगमोहन, झारखंड जन संस्कृति मंच के पंचपरगना प्रभारी गौतम सिंह मुंडा तथा आइसा नेता अमलकांत महतो के नेतृत्व में जांच दल ने यह रिपोर्ट तैयार की है. नेताअों ने दोषियों की शिनाख्त कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की है.