झारखंड : राजनीति नहीं, विकास नीति होगी प्राथमिकता : सुदेश महतो

रांची : झारखंडी मानसिकता को जीवित रखने के लिए हमेशा झारखंडवासियों को तैयार रहना होगा, तभी हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं. राजनीति नहीं बल्कि विकास नीति पर हमारी पहली प्राथमिकता है. 30 से 35 वर्ष तक मांडू विधानसभा क्षेत्र में जिस परिवार के लोग रहे, उनलोगों ने क्षेत्र का विकास नहीं कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 19, 2018 7:39 AM
रांची : झारखंडी मानसिकता को जीवित रखने के लिए हमेशा झारखंडवासियों को तैयार रहना होगा, तभी हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं. राजनीति नहीं बल्कि विकास नीति पर हमारी पहली प्राथमिकता है. 30 से 35 वर्ष तक मांडू विधानसभा क्षेत्र में जिस परिवार के लोग रहे, उनलोगों ने क्षेत्र का विकास नहीं कर सिर्फ अपना ही विकास किया.
उक्त बातें आजसू पार्टी के सुप्रीमो सुदेश महतो ने रविवार को पब्लिक उच्च विद्यालय, कुजू मैदान में आयोजित मांडू विधानसभा स्तरीय विकल्प महारैली में बतौर मुख्य अतिथि कही. उन्होंने कहा कि मांडू विधानसभा क्षेत्र झारखंड आंदोलन को ताकत, गति और दिशा देनेवाला है.
आज झारखंड जिस दिशा में जा रहा है, वह झारखंडवासियों के हित में नहीं है. झारखंड का जिस गति से विकास होना चाहिए, वह नहीं हुआ. इसका कारण बहुमत की सरकार नहीं होना था. हमने पार्टी को नुकसान पहुंचा कर स्थायी सरकार के लिए गठबंधन धर्म का पालन किया. फिर भी विकास की गति धीमी रही. उन्होंने झामुमो पर तंज कसते हुए कहा कि बाप-बेटे की सरकार 850 दिन सत्ता में रही, तो कभी भी सीएनटी व एसपीटी एक्ट पर चर्चा नहीं की गयी. अब वे लोग आम- अवाम की बात कर रहे हैं.
कार्यक्रम का समापन टुंडी विधायक राजकिशोर महतो के संबोधन के साथ हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष सह जिप सदस्य नरेश महतो ने की. संचालन लालचंद महतो, अरविंद व उमेश महतो ने किया. इससे पूर्व, अतिथियों का स्वागत किया गया.
सभी 81 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी पार्टी
विशिष्ट अतिथि मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि आजसू पार्टी पूरे झारखंड में 81 विधानसभा सीट पर अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी. मांडू का विकास आजसू पार्टी ही कर सकती है. यहां के लोग परिवर्तन चाहते हैं. रामगढ़ में जिस तरह विकास हुआ, ठीक उसी तरह मांडू का भी विकास किया जायेगा. हजारीबाग लोकसभा चुनाव में आजसू अपना प्रत्याशी उतार कर दिल्ली में भेजने का काम करेगी. विधायक देवशरण भगत ने कहा कि खंडित जनादेश के बाद पहली बार राज्य में बहुमत की सरकार बनी. लगा कि यहां चलने वाली पार्टी है आैर झारखंडियों का विकास होने वाला है. लेकिन अब स्थानीय लोग ही छले जा रहे हैं. स्थानीय लोगों को नौकरी नहीं दी जा रही है.

Next Article

Exit mobile version