रांची : अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख राज कुमार मटाले ने कहा कि सेवा भारती संस्था अभावग्रस्त व वंचित समाज के बीच सेवा से सामाजिक बदलाव ला रही है. शिक्षा के साथ अपनी सभ्यता-संस्कृति को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को संस्कार संपन्न होना होगा. संस्कारित व समरस समाज से ही देश का समुचित विकास होगा. श्री मटाले रविवार को जिला स्कूल मैदान में सेवा भारती के 18वें वार्षिकोत्सव सह बाल मेला कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि बस्ती में रहने वाले बच्चों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. उचित अवसर व मार्गदर्शन नहीं मिलने के कारण वे पिछड़ जाते हैं. सेवा भारती अभावग्रस्त प्रतिभाओं को निखारने का काम कर रही है. देश के सभी प्रांतों में सेवा भारती की ओर से 1.75 लाख सेवा के कार्य किये जा रहे हैं. सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है. समय के साथ सेवा की परिभाषा बदल गयी है. ईसाई मिशनरियों ने सेवा के नाम पर धर्मांतरण करना शुरू कर दिया है. यह हत्या के समान है. उन्होंने कहा कि देश में वंचित वर्ग की आबादी 28 करोड़ से ज्यादा है. जब तक यह वर्ग समाज की मुख्य धारा में नहीं आयेगा, तब तक समाज व राष्ट्र आगे नहीं बढ़ सकता है.
संस्कार देने का काम करती है सेवा भारती
डीपीएस रांची के प्राचार्य डॉ राम सिंह ने कहा कि सेवा भारती बच्चों में शिक्षा व संस्कार देने का काम कर रही है.
अभाव से ही विकास का काम शुरू होता है. मुझे पूरा विश्वास है कि अभावग्रस्त बच्चे संस्कारित शिक्षा पाकर देश को नयी दिशा व मार्गदर्शन देने का काम करेंगे. इस मौके पर श्याम टोरका ने वार्षिक प्रतिवेदन पेश किया. कार्यक्रम का संचालन सेवा भारती के प्रांतीय सह सचिव ऋषि पांडेय ने किया. मौके पर सेवा भारती के न्यासी गुरुशरण प्रसाद, राजेंद्र गुप्ता, अशोक श्रीवास्तव, गिरीश मल्होत्रा, डॉ सूर्य मणि सिंह, डॉ सुष्मिता पांडेय, हाइकोर्ट के रिटायर जस्टिस आरके मेरठिया, वी शिवनाथ, वीएन पांडेय, रामाशंकर बगड़िया, कंचन प्रभा, सोनी मेहता, शिखा जायसवाल, अनुपमा सिन्हा आदि मौजूद थे.
बच्चों ने पेश की महापुरुषों की झांकी
वार्षिकोत्सव समारोह में विभिन्न संस्कार केंद्र के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किये. फैंसी ड्रेस में बच्चों ने महापुरुषों की झांकी पेश की. इसके अलावा बच्चों ने अलग-अलग प्रांतों की वेश-भूषा की झलकी दिखायी. मौके पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित वस्तुओं का विक्रय केंद्र लगाया गया था. सेवा भारती चिकित्सा केंद्र के स्टॉल पर 500 से अधिक बच्चों के रक्त समूह की जांच कर प्रमाण पत्र दिया गया. वहीं आरोग्य भारती डॉ लालचंद बगड़िया एक्यूप्रेशर संस्थान की ओर से लोगों को स्वास्थ्य परामर्श दिये गये.
खेलकूद प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागी
50 मीटर बालक दौड़ (आठ से 10 वर्ष) में शशि कच्छप व अजय कुमार, 50 मीटर बालिका दौड़ (आठ से 10 वर्ष) में बबली व सुलेखा कुमारी, 50 मीटर बालक दौड़ (11 से 13 वर्ष) में अभिषेक तिर्की व विवेक कुमार, 50 मीटर बालिका दौड़ (11 से 13 वर्ष) में फूलमनी कुमारी व मुस्कान, सूई-धागा बालिका वर्ग (11 से 13 वर्ष) में सविता व संगम कुमारी, गोली-चम्मच बालक वर्ग (आठ से 10 वर्ष) में शिवा व रोहित कुमार, गोली-चम्मच बालिका वर्ग (11 से 13 वर्ष) में सुष्मिता व अंजली कुमारी, मेढ़क दौड़ बालक वर्ग (आठ से 10 वर्ष) में रक्षित उरांव व पिंटू, गोली-चम्मच बालिका वर्ग (आठ से 10 वर्ष) में सान्या व अंजली कुमारी, तीन पैर दौड़ बालक वर्ग (11 से 13 वर्ष) में रिकेंश, विकास, विवेक व ऋषभ विजयी रहे.