दो कर्मचारी चिह्नित, कई और शक के दायरे में, सभी पर होगी एफआइआर
एक करोड़ रुपये तक जा सकती है गबन की राशि रांची : रिम्स के कैश काउंटर के कुछ कर्मचारियों पर आरोप लगा है कि वे रिम्स में होनेवाली महंगी जांच की डुप्लिकेट पर्ची बनाकर कैश काउंटर से पैसे निकाल लेते थे. इससे रिम्स को दोहरा आर्थिक नुकसान हुआ है. एक ओर, रिम्स के संसाधनों से […]
एक करोड़ रुपये तक जा सकती है गबन की राशि
रांची : रिम्स के कैश काउंटर के कुछ कर्मचारियों पर आरोप लगा है कि वे रिम्स में होनेवाली महंगी जांच की डुप्लिकेट पर्ची बनाकर कैश काउंटर से पैसे निकाल लेते थे. इससे रिम्स को दोहरा आर्थिक नुकसान हुआ है. एक ओर, रिम्स के संसाधनों से मरीजों की जांच हो जाती थी. दूसरी ओर, उसी मद में मरीज द्वारा कैश काउंटर पर जमा कराये गये पैसे डुप्लिकेट पर्ची के जरिये निकाल लिये जाते थे.
इधर, रिम्स प्रबंधन द्वारा गठित टीम ने मामले की शुरुआती जांच में कैश काउंटर के दो कर्मचारियों को घपलेबाज के रूप में चिह्नित किया है. वहीं, अन्य कई कर्मचारियों पर भी शक की सूई घूम रही है. टीम अन्य कर्मचारियों के संलिप्तता की जांच के लिए उनकी आइडी को खंगाला रही है. सूत्रों की मानें, तो कर्मचारियों के आइडी से ही यह पता चल पायेगा कि कितनी राशि पर्ची जमा कर वापस ली गयी है. कर्मचारी की पहचान होने और घपले की पूरी राशि का पता चलने के बाद रिम्स प्रबंधन की ओर से कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. पहले आरोपी कर्मचारियों से पैसा वापस लौटाने को कहा जायेगा. इसके बाद उनपर धोखाधड़ी का केस भी दर्ज कराया जायेगा.
कैश काउंटर के कर्मचारी ही रिम्स में होनेवाली महंगी जांचों की डुप्लिकेट पर्चियां बनाकर निकाल लेते थे पैसे
जांच रिपोर्ट तैयार, डिप्टी डायरेक्टर ने की बैठक
कैश काउंटर पर हुए घपले की जांच के लिए बुधवार को भी डिप्टी डायरेक्टर गिरिजाशंकर प्रसाद की अध्यक्षता में बैठक हुई. इसमें उपाधीक्षक डॉ गाेपाल श्रीवास्तव, रेडियोलॉजी के विभागाध्यक्ष एस टोप्पो व एकाउंट्स अफसर जारिका भी मौजूद थे. सूत्रों की मानें, तो मामले की जांच रिपोर्ट तैयार कर ली गयी है. इसमें प्रबंधन को बताया गया है कि रेडियोलॉजी विभाग में ऐसा मामला सामने आया है. अन्य विभाागों में भी जांच करने की आवश्यकता है. हालांकि, डिप्टी डायरेक्टर ने एकाउंट ऑफिसर से कहा कि आवश्यकता पड़ने पर चार्टर एकाउंटेंट व अन्य वित्तीय मामलों के जानकार को टीम में शामिल किया जाये.
कैश काउंटर में हुए घपले की जांच जारी है. डुप्लिकेट पर्चियां बनाकर पैसा का गबन करनेवालों की पहचान की जा रही है. आरोपियों से पूरा पैसा वसूल किया जायेगा. साथ ही उन पर प्राथमिकी भी दर्ज करायी जायेगी. आरोपी दैनिक कर्मचारी हैं, इसलिए उनको नौकरी से भी निकाला जायेगा.
डॉ आरके श्रीवास्तव, निदेशक रिम्स
हिनू में बहुमंजिली पार्किंग बनाने की योजना तैयार
रांची : राजधानी रांची में बहुमंजिली पार्किंग का निर्माण किया जायेगा. यह बहुमंजिली पार्किंग हिनू में बनेगी. इसके लिए उपायुक्त राय महिमापत रे ने वोडाफोन चौक हिनू पुल के पास जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है. उपायुक्त श्री रे बुधवार को सड़क, फ्लाई ओवर और जमीन अधिग्रहण को लेकर अपने अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे.
उपायुक्त ने अपोलो अस्पताल तक सड़क निर्माण का काम शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया. कांटाटोली और हरमू फ्लाई ओवर के जमीन अधिग्रहण का काम प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने की बात उन्होंने कही है. प्रस्तावित स्मार्ट सड़कों का निर्माण कार्य में भी तेजी लाने का निर्देश दिया. बैठक में शामिल अधिकारियों ने कार्यों की वर्तमान स्थिति से उपायुक्त को अवगत कराया. इस पर उपायुक्त ने निर्धारित समय सीमा में काम पूरा करने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने कहा कि किसी भी काम में कोई परेशानी आये, ताे संबंधित अधिकारियों को इसकी जानकारी दें. ताकि समय रहते उसका हल निकाला जा सके. उन्होंने कहा कि अगली बैठक में इन कार्यों की पुन: समीक्षा की जायेगी. बैठक में नगरआयुक्त शांतनु अग्रहरि, उप नगर आयुक्त संजय कुमार, अपर समाहर्ता व भू अर्जन पदाधिकारी मौजूद थे.
रांची नगर निगम की तकनीकी मार्ग समिति तय करेगी पार्किंग दर
रांची. राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में रांची नगर निगम तकनीकी मार्ग समिति का गठन करेगा. तकनीकी मार्ग समिति ही यह तय करेगी कि शहर के पार्किंग स्पॉट और विभिन्न सड़कों किनारे पार्किंग की दर क्या होगी. 24 फरवरी को होने वाले निगम बोर्ड के बैठक में उक्त समिति के गठन को सहमति दे दी जायेगी. नगर आयुक्त के अध्यक्षता में गठित होनेवाली इस कमेटी में सात पार्षदों को सदस्य के रूप में रखा जायेगा. इस बैठक में शहर की साफ सफाई सहित कई अन्य मुद्दों पर भी विस्तृत चर्चा की जायेगी. ज्ञात हो कि अप्रैल में नगर निगम का चुनाव होने की संभावना है. चुनाव से पहले आचार संहिता लगेगी. इसलिए निगम बोर्ड की इस बैठक को अंतिम बोर्ड बैठक माना जा रहा है.