बाल विवाह पर लोगों को जागरूक करने के लिए ब्रेकथ्रू का वीडियो वैन रवाना
21 दिनों में 20 हजार लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य रांची : मानवाधिकार और महिला मुद्दों पर काम करने वाली स्वयंसेवी संस्था ब्रेकथ्रू की ओर से बाल विवाह के खिलाफ ‘देश बनाम बाल विवाह’ अभियान के तहत शनिवार को वीडियो वैन की शुरुआत की गयीत्र रांची समाहरणालय परिसर से झारखंड राज्य बाल संरक्षण आयोग की […]
21 दिनों में 20 हजार लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य
रांची : मानवाधिकार और महिला मुद्दों पर काम करने वाली स्वयंसेवी संस्था ब्रेकथ्रू की ओर से बाल विवाह के खिलाफ ‘देश बनाम बाल विवाह’ अभियान के तहत शनिवार को वीडियो वैन की शुरुआत की गयीत्र रांची समाहरणालय परिसर से झारखंड राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर और जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कंचन सिंह ने हरी झंडी दिखाकर वीडियो वैन को रवाना किया.
यह वीडियो वैन 24 फरवरी से 21 मार्च तक रांची के 10 प्रखंड के चयनित 25 ग्राम पंचायतों के 42 गांव का दौरा करेगी. वैन के साथ मौजूद कार्यकर्ता सभी गांवों के करीब 20 हजार से अधिक लोगों तक सीधे पहुंच कर नुक्कड़ नाटक ‘चंदा न रुकेगी’ और लघु फिल्म ‘रश्मि मैट्रिक पास’ और लिंग भेद के मुद्दे पर आधारित खेलों के माध्यम से कम उम्र में होने वाले विवाह (बाल-विवाह) के मुद्दे पर उनसे चर्चा करेंगे.
आरती कुजूर ने कहा कि कम उम्र में विवाह एक चुनौती की तरह है. सरकार भी इस दिशा में गंभीर है, हमारा प्रयास है कि क्षेत्र-प्रदेश को बाल-विवाह मुक्त बनाएं जिससे बेटियां भी आगे बढ़ें और देश और समाज के विकास में अपना योगदान दे सकें. उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी बेटियों पर भरोसा करना होगा कि वे कुछ भी कर सकती हैं. सच मानिये वो आप को निराश नहीं करेंगी. कंचन सिंह लोगों से अपील करते हुए कहा कि अपनी बेटियों की शादी कम उम्र में न करें, उन्हें पढ़ने का मौका दे उन्हें आगे बढ़ने का समान अवसर दें जिससे एक बेहतर और समतामूलक समाज का निर्माण हो.
इस अवसर पर ब्रेकथ्रू के झारखण्ड-बिहार प्रमुख आलोक भारती ने कहा कि तमाम प्रयासों के बाद भी बाल विवाह के मामलों उत्साहजनक परिणाम दिखाई नहीं पड़ रहे है. इस बुराई को खत्म करने के लिए हम सब को एक लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2015-16 के मुताबिक झारखंड में 38 फीसदी और रांची में 28 फीसदी लड़कियों की शादी कम उम्र में हो जाती है. इस स्थिति को बदलने के लिए ठोस और प्रभावी तरीके से कम उम्र में विवाह के खिलाफ अभियान चलाना होगा जिससे हमारी बेटियों को बेहतर शिक्षा,स्वास्थ्य के साथ आगे बढ़ने का समान अवसर मिल पाये.
कार्यक्रम में सिल्ली प्रखण्ड की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सुजाता कुमारी, बाल कल्याण समिति की सदस्य मीरा मिश्रा व कौशल किशोर, जिला बाल संरक्षण समिति से कार्यक्रम पदाधिकारी सीमा शर्मा,भारत किसान संघ से प्रमोद वर्मा, प्रकाश सिंह, अवार्ड संस्था से राजा दूबे, ब्रेकथ्रू से डा. निशांत अशरफी, जिला समन्वयक पवन कुमार सिन्हा, संजय चौधरी, वर्नवास महुकल सहित समाहरणालय के कई कर्मचारी और स्थानीय गणमान्य लोग मौजूद थे.