झारखंड : ….जब लालू प्रसाद ने कहा, एजी ठीक से जांच करते, तो घोटाला नहीं होता

रांची : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री अौर राजद प्रमुख लालू प्रसाद सहित अन्य आरोपी मंगलवार को चारा घोटाला (दुमका कोषागार से अवैध निकासी) मामले में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में पेश हुए. इस मामले में सीबीआइ की अोर से चल रही बहस समाप्त हो गयी. अदालत ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2018 5:24 AM
रांची : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री अौर राजद प्रमुख लालू प्रसाद सहित अन्य आरोपी मंगलवार को चारा घोटाला (दुमका कोषागार से अवैध निकासी) मामले में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में पेश हुए.
इस मामले में सीबीआइ की अोर से चल रही बहस समाप्त हो गयी. अदालत ने बचाव पक्ष को अपनी बात रखने के लिए बुधवार का समय दिया.
बहस के दौरान लालू प्रसाद ने न्यायाधीश से इजाजत लेकर कहा कि हुजूर, एजी अगर सही तरीके से जांच करते, तो इतना बड़ा घोटाला नहीं होता. सीबीआइ के गवाह वीएस दुबे ने भी अपनी गवाही में कहा था कि पहली बार मुख्यमंत्री को घोटाला की जानकारी 1996 में हुई अौर एफआइआर दर्ज करने का निर्देश दिया.
लालू ने आगे कहा कि सीबीआइ ने किसके परमिशन से दीपेश चांडोक को सरकारी गवाह बनाया. ऐसा लगता है कि सीबीआइ ने दीपेश चांडोक से मिलीभगत कर उसे गवाह बनाया. अदालत ने मामले में दो सरकारी गवाहों दुमका पशुपालन विभाग के तत्कालीन हेड क्लर्क रामेश्वर चौधरी अौर डॉ सईद को नोटिस जारी किया है.

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