प्रभात खबर कार्यालय में गूंजी कवि सुनील जोगी की कविताएं ‘जिसे ख्वाबों में पाना हो, वह सो जाने से मिलता है…
रांची : ‘मेंहदी, कुमकुम, रोली का, त्योहार नहीं होता, रक्षाबंधन के चंदन का, प्यार नहीं होता, उसका आंगन एकदम, सूना सूना रहता है, जिसके घर में बेटी का, अवतार नहीं होता.’ ‘जिसे ख्वाबों में पाना हो, वह सो जाने से मिलता है.’ यह पंक्तियां आज प्रभात खबर के सभागार में तब गूंजी जब हास्य कवि […]
रांची : ‘मेंहदी, कुमकुम, रोली का, त्योहार नहीं होता, रक्षाबंधन के चंदन का, प्यार नहीं होता, उसका आंगन एकदम, सूना सूना रहता है, जिसके घर में बेटी का, अवतार नहीं होता.’
‘जिसे ख्वाबों में पाना हो, वह सो जाने से मिलता है.’ यह पंक्तियां आज प्रभात खबर के सभागार में तब गूंजी जब हास्य कवि पद्मश्री सुनील जोगी अतिथि बनकर यहां पहुंचे. सुनील जोगी ने कुछ मिनटों में ही उपस्थित लोगों का मन मोह लिया. उन्होंने कुछ छोटी कविताएं, कविता और शायरी की पंक्ति सुना कर लोगों की खूब तालियां बटोरी.
सुनील जोगी रांची में होली के अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन में भाग लेने आये हैं. डॉ सुनील जोगी ना सिर्फ कवि हैं, उन्होंने कुछ फिल्मों के लिए गाने भी लिखे हैं, जिनमें ‘मुक्काबाज’ शामिल है. साथ ही वे सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान के साथ उनकी डेब्यू फिल्म में बतौर एक्टर काम कर रहे हैं.
सुनील जोशी कानपुर, उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और उन्हें प्रदेश में राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त है. वे ‘हास्य वसंत’ नामक पत्रिका संपादन करते हैं और ‘मां’ नाम से एक फाउंडेशन भी चलाते हैं, जो ग्रामीण इलाकों में बच्चों की शिक्षा के लिए काम करता है. कार्यक्रम में कवि सुनील जोगी का स्वागत प्रभात खबर के एमडी केके गोयनका ने बुके देकर किया, वहीं वरिष्ठ संपादक अनुज सिन्हा ने उन्हें स्मृति चिह्न भेंट किया.