झारखंड : आयकर सर्वे में सिमडेगा के चौधरी बंधुओं के पास 58.26 लाख रुपये का काला धन मिला

रांची : आयकर विभाग के सर्वे में मिले तथ्यों के आधार पर श्री लेदर ने 97 लाख रुपये टैक्स देने की बात स्वीकार की है. सिमडेगा के चौधरी बंधुओं के पास 58.26 लाख रुपये का काला धन मिला है. इस पर सरकार को टैक्स के रूप में 18 लाख रुपये से अधिक मिलेंगे. आयकर विभाग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 1, 2018 8:16 AM
रांची : आयकर विभाग के सर्वे में मिले तथ्यों के आधार पर श्री लेदर ने 97 लाख रुपये टैक्स देने की बात स्वीकार की है. सिमडेगा के चौधरी बंधुओं के पास 58.26 लाख रुपये का काला धन मिला है. इस पर सरकार को टैक्स के रूप में 18 लाख रुपये से अधिक मिलेंगे. आयकर विभाग ने रांची में आटा, मैदा, चीनी, बिस्कुट के व्यापार से जुड़े दुकानों में सर्वे किया.
आयकर अधिकारी श्रीनिवास और तरुण के नेतृत्व में श्री लेदर रांची और जमशेदपुर में सर्वे पूरा हो गया. सर्वे के दौरान व्यापारिक गतिविधियों से जुड़े दस्तावेज में कई तरह की गड़बड़ी पायी गयी. इसके आधार पर हुई पूछताछ के बाद प्रतिष्ठान के संचालकों ने 97 लाख रुपये टैक्स देने की बात स्वीकार कर ली.
आयकर अधिकारी सुबरन सुरीन के नेतृत्व में सिमडेगा के व्यापारी मनोज चौधरी और मनीष चौधरी के व्यापारिक प्रतिष्ठानों में सर्वे किया. इस दौरान व्यापारिक गतिविधियों से जुड़े दस्तावेज की जांच की गयी. इसमें मिले तथ्यों के आधार पर हुई पूछताछ के बाद इन व्यापारियों ने अपने पास अघोषित संपत्ति होने की बात स्वीकार की. मनोज चौधरी ने आयकर अधिकारियों के समक्ष अपने पास 25 लाख रुपये की अघोषित संपत्ति होने की बात स्वीकार की. मनीष चौधरी ने अपने पास 32.26 लाख रुपये की अघोषित संपत्ति होने की बात स्वीकार की. आयकर अधिकारियों के एक दल ने छाबड़ा ब्रदर्स और जैन शुगर सप्लाइ कंपनी में सर्वे शुरू किया. छाबड़ा ब्रदर्स द्वारा बिस्कुट आदि का व्यापार किया जाता है.
इस प्रतिष्ठान के मालिक धर्मेंद्र कुमार जैन हैं. जैन शुगर सप्लाई के संचालक विजय कुमार जैन हैं. वह आटा, मैदा, चीनी आदि का व्यापार करते हैं. आयकर अधिकारियों का एक दल इन प्रतिष्ठानों की व्यापारिक गतिविधियों से जुड़े दस्तावेज की जांच कर रहा है.

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