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कुरमी-तेली को एसटी का दर्जा देने से छिन जायेगा आदिवासियों का हक : संजय पहान

हरमू मैदान में दिन के 12 बजे से होगी महारैलीप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीJayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, जिसका मंत्री जयंत चौधरी ने किया है जिक्रJustice Yashwant Varma Case: कैसे हटाए जा सकते हैं सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज?Spies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल से ही चल रही है ‘रेकी’ की परंपरा, आज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 4, 2018 3:16 AM
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हरमू मैदान में दिन के 12 बजे से होगी महारैली

रांची : कुरमी व तेली को आदिवासी का दर्जा दिये जाने के खिलाफ जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) के अाह्वान पर 10 मार्च को हरमू मैदान में आयोजित महारैली को लेकर शनिवार को आदिवासी संगठनों की बैठक होटल गंगा आश्रम में हुई़ इसमें जयस के झारखंड प्रभारी संजय पहान ने कहा कि सरकार व 42 विधायकों द्वारा कुरमी और तेली को आदिवासी बनाने के पक्ष में की गयी अनुशंसा आदिवासी जनजातीय समाज के जल, जंगल, जमीन, संस्कृति के साथ-साथ संवैधानिक अधिकारों के तहत मिले पद व सरकारी नौकरियों में मिला आरक्षण लूटने का प्रयास है़ 10 मार्च की महारैली शांतिपूर्ण होगी़ इसे लेकर गांव- मुहल्लों में नुक्कड़ सभा, नाटक, रैली, बैनर, पोस्टर, पर्चा और दीवार लेखन के माध्यम से प्रचार- प्रसार किया जा रहा है़ इसमें पूरे राज्य से बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे़
संवैधानिक अधिकारों पर हमला बर्दाश्त नहीं
आदिवासी जन परिषद के अध्यक्ष प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि मह रैली मील का पत्थर साबित होगी़ मुंडा मानकी, खूंटकटी, मांझी परगनैत, डोकलो सोहोर के प्रतिनिधि बढ़चढ़ कर हिस्सा लेंगे़ आदिवासी सेना के अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहां कि संवैधानिक अधिकारों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा़
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहां कि कुरमी तेली अपने आरक्षण में बढ़ोतरी की बात करे न कि आदिवासी बनने का प्रयास करे़ आदिवासी छात्र संघ के केंद्रीय अध्यक्ष सुशील उरांव ने कहा कि छात्र संघ के सभी, जिला, प्रखंड व काॅलेज कमेटियों को बढ़चढ कर शामिल होने का निर्देश दिया जा चुका है़ केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहां कि आदिवासी और तेली – कुरमी की संस्कृति, परंपरा, धार्मिक कर्मकांड में जमीन आसमान का अंतर है़ इस अवसर पर कुड़ुख नेशनल काउंसिल, आदिवासी लोहरा समाज, गोड़वाना समाज, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद, झारखंड लोकतांत्रिक छात्र मोर्चा आदि के प्रतिनिधि शामिल थे़
इन्होंने भी दिया महारैली को समर्थन
राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा मुडमा, संताल परगना धर्म महासभा, सरना दिशोम मांझी थान, जाहेरथान समिति दुमका संताल परगना, मांझी परगना एभेन गांवता, मांझी परगना सरदार महासभा जामताड़ा, लुघु बुरू घंटा बाड़े बोकारो, सरना धर्म जुवाना जुमिद
गांवता संताल परगना, मरांग बुरू सांवता सुसार वैसी गिरिडीह, चेरो आदिवासी महासभा, आखिल भारतीय आदिवासी भूमिज मुंडा कल्याण समिति तमाड़, बेदिया विकास परिषद झारखंड, पंचपरगना जमीन बचाओ संघर्ष मोर्चा, खड़िया सरना समिति रांची, रांची महानगर प्रार्थना सभा, बारह पड़हा सरना समिति बीआइटी, महली समाज परिषद, बाइस पड़हा सरना समिति दुबलिया, आदिवासी एकता मंच कांके, आदिवासी संघर्ष मोर्चा रामगढ़, युवा सरना संघ अनगड़ा, ट्राइबल्स ड्रीम, एशिया यंग इंडिजिनियस पीपुल्स नेटवर्क व अन्य
ने समर्थन दिया है.

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