राहुल गांधी ने हेमंत से किया वादा, झारखंड में JMM के नेतृत्व में लड़ा जायेगा विस और लोस का चुनाव
रांची : झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने आज राहुल गांधी से मुलाकात की. कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात के बाद उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई को कहा कि राहुल गांधी ने वादा किया है कि (झारखंड में) आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव JMM के नेतृत्व में लड़े जाएंगे. बता दें कि दो दिन पहले हेमंत […]
रांची : झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने आज राहुल गांधी से मुलाकात की. कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात के बाद उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई को कहा कि राहुल गांधी ने वादा किया है कि (झारखंड में) आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव JMM के नेतृत्व में लड़े जाएंगे. बता दें कि दो दिन पहले हेमंत सोरेन के तीसरे मोर्चे पर जाने की अटकलें लगायी जा रही थी.राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और झामुमो की क्या रणनीति है? इस बारे में हेमंत सोरेन ने किसी तरह का खुलासा नहीं किया है
Rahul Gandhi has given us his word that the upcoming Lok Sabha & Vidhan Sabha elections will be fought under the leadership of Jharkhand Mukti Morcha (JMM): Hemant Soren, Former Jharkhand CM. pic.twitter.com/hClR9cVSgD
— ANI (@ANI) March 6, 2018
गौरतलब है कि राज्यसभा में तीन मई को कांग्रेस के प्रदीप बलमुचु और झामुमो के संजीव कुमार का कार्यकाल पूरा हो रहा है. दो सीटों के लिए होने वाला यह चुनाव विपक्षी एकता के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है, क्योंकि दोनों ही सीटों से विपक्ष का शक्तिपरीक्षण होने वाला है.
खबरों के मुताबिक हेमंत सोरेन अपने दिल्ली प्रवास के दौरान सोमवार को कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आर पीएन सिंह व प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार से मुलाकात की थी. उधर हेमंत के इस फैसले के साथ झाविमो ने हामी भर दी है.
राहुल गांधी पर उठने लगे हैं सवाल
चुनाव परिणामों के वक्त इटली चले जाने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आलोचना झेलनी पड़ी थी. राजनीतिक गलियारों में यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या सोनिया की तरह राहुल गांधी यूपीए गठबंधन को संभाल सकते हैं ? सोनिया गांधी के साथ तमाम विपक्षी नेताओं के अच्छे समीकरण थे. रविवार को इटली से वापस लौटने के बाद राहुल गांधी मलेशिया जाने की तैयारी में है. वहां वह प्रवासी नागरिकों को संबोधित करेंगे. ऐसे वक्त जब पार्टी में कई दिग्गज नेता को राज्यसभा में जगह की दरकार है. राहुल के विदेश जाने से राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति कमजोर हो सकती है.