वायरल सच : सरयू राय ने किया झारखंड सरकार द्वारा बांटे जाने वाले नमक का डैमो फिर क्या हुआ, जानें

नयी दिल्ली/रांची: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसके माध्‍यम से दावा किया जा रहा है कि झारखंड सरकार जिस नमक को एक रुपये में मुहैया करवाती है उसमें मिलावट की जा रही है. दावा है कि खाने का स्वाद बढ़ाने वाले नमक में कपड़ा धोने का पाउडर मिला हुआ है. लोग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 6, 2018 2:12 PM

नयी दिल्ली/रांची: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसके माध्‍यम से दावा किया जा रहा है कि झारखंड सरकार जिस नमक को एक रुपये में मुहैया करवाती है उसमें मिलावट की जा रही है. दावा है कि खाने का स्वाद बढ़ाने वाले नमक में कपड़ा धोने का पाउडर मिला हुआ है. लोग इस वीडियो के जरिए एक-दूसरे को सावधान करते सोशल मीडिया पर नजर आ रहे हैं.


जानें क्याहैवायरल वीडियो में

वायरल वीडियो में दिख रहा है कि नमक का पैकेट हाथ में लेकर उसे बाल्टी में डालकर घोलने की तैयारी की जा रही है. सामान्यत: नमक पानी में डालने पर घुल जाता है लेकिन वीडियो में ये नमक घुलते हुए नजर नहीं आ रहा है. पैकेट में मौजूद पूरा नमक पानी से भरी बाल्टी में डाल दिया जाता है. वीडियो में बाल्टी में सफेद बुलबुले उठते दिखायी देते हैं. लकड़ी की मदद से बताये गये नमक को बाल्टी में घोलने का प्रयास किया जाता है, लेकिन बाल्टी में कपड़े घोने वाले डिटर्जेंट पाउडर जैसा झाग बनता हुआ नजर आने लगता है.

वायरल वीडियो का सच

निजी चैनल एबीपी न्यूज ने इस संबंध में पड़ताल की. वे मामले को लेकर सीधा झारखंडके खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय के पास पहुंचे. सरयू राय ने सारी जानकारी ली और अपने सामने एक रुपये में दिये जाने वाले सरकारी नमक का डेमो करने का फैसला किया. मंत्री के आदेश पर तुरंत नमक का पैकेट मंगाया गया. पड़ताल के लिए तीन बर्तन और तीन तरह का नमक मंगवाया गया. एक पैकेट में से नमक को हरे रंग की बाल्टी में डाला गया, दूसरे को लाल रंग की बाल्टी में जबकि तीसरे को एक पतीले में डाला गया. दोनों बाल्टियों में झारखंड सरकार की तरफ से एक रुपये में उपलब्ध कराये जाने वाले नमक को ही डाला गया लेकिन दोनों कंपनियां अलग हैं. सबसे पहलेएक बड़े ब्रांड के नमकके पैकेट को काटा गया. खाद्य आपूर्ति मंत्री ने खुद अपने सामने उस पैकेट में बंद नमक को हरे रंग की बाल्टी में डलवाने का काम किया. बाल्टी में भरे पानी में पूरा पैकेट नमक डालने पर पानी के ऊपरी सतह पर झाग बना नजर आया. ज्यादा स्पष्टता के लिए पानी को हिलाया गया. ऐसा लग रहा था जैसे नमक पूरी तरह से पानी में घुल चुका है. कहीं कोई शक ना रह जाए इसलिए मंत्री सरयू राय के आदेश पर बाल्टी को ऊपर तक पानी से भर दिया गया. पानी के ऊपरी सतह पर हल्के बुलबुले दिख रहे थे. डेमो की ये प्रक्रिया करने के बाद सरयू राय ने अपने हाथों से पानी में बने उस झाग को जांचने का प्रयास किया. इसके बाद दूसरी सरकारी कंपनी के नमक को भी लाल रंग की बाल्टी में भरे पानी में घोला गया. पानी को हिलाने पर भी उसमेंबड़े ब्रांड के नमक की तरह झाग नहीं बन रहा था. इसके बाद तीसरे नमक की बारी आयी. एक पतीले में पानी भरकर तीसरे नमक के पैकेट को उसमें डाला गया. पानी में नमक मिलाने पर वो घुल चुका था. हल्के-हल्के बुलबुले तो दिख रहे थे लेकिन सबसे पहले खोले गये पैकेट की तरह इसमें पानी की ऊपरी सतह पर किसी तरह का झाग नहीं था. हालांकि, कुछ वक्त बाद तीनों में बर्तनों में एक सा झाग नजर आने लगा.

क्या कहा खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने ?

झारखंड के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा, कि सरकार ने इस बार डबल ग्रेनुलेटेड फोर्टिफाइट नमक का वितरण किया है. नमक में आयोडीन और लोहा भी है. वायरल वीडियो में सर्फ जैसे कण तैरते नजर आ रहे हैं, जिन दो कंपनियों ने नमक सप्लाई किया है उनको और टाटा कंपनी का नमक मिलाकर हमने देखा. तीनों में एक ही तरह के पदार्थ आ रहे हैं.’ आगे उन्होंने कहा, कि पानी में डालने पर जिस तरह का झाग आता है वही है. हो सकता है किसी एक पैकेट में कमी रह गयी हो. मैंने अभी अपने सचिव से इसकी जांच करने के लिए कहा है. एनइएमइ से बात करके अभी तय करने का काम करें कि क्या है, नमक के बारे में कोई भ्रम नहीं फैलना चाहिए. मंत्री सरयू राय ने यह भी कहा कि अगर वीडियो में दिख रहे पैकेट को वितरित करने वाली दुकान की जानकारी मिल सके तो उस जगह की जांच करवाने का काम भी उनकी तरफ से किया जाएगा. कई बार सरकार की तरफ से सही चीज उपलब्ध करायी जाती है लेकिन जनता तक पहुंचते-पहुंचते मुनाफाखोर उसमें मिलावट करने का काम करते हैं.

उल्लेखनीय है कि इस संबंध में खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय पहले भी कह चुके हैं कि झारखंड सरकार की नमक में कोई मिलावट नहीं है.

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