एसटी-एससी थाना में दो महीने में हुए 11 मुकदमे, पांच फॉल्स

अजय दयाल रांची : राजधानी के एसटी-एससी थाना में पिछले दो माह में 11 केस दर्ज हुए. इनमें जनवरी माह में सात व फरवरी में चार केस दर्ज किये गये़ इन 11 केस में पांच मामले का सुपरविजन हो गया है और पांचों मामले फाॅल्स पाये गये हैं. थाने में कई मामले ऐसे भी आये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2018 9:11 AM
अजय दयाल
रांची : राजधानी के एसटी-एससी थाना में पिछले दो माह में 11 केस दर्ज हुए. इनमें जनवरी माह में सात व फरवरी में चार केस दर्ज किये गये़ इन 11 केस में पांच मामले का सुपरविजन हो गया है और पांचों मामले फाॅल्स पाये गये हैं. थाने में कई मामले ऐसे भी आये हैं, जो मामूली जमीन विवाद में गाली-गलौज करने और आरोप-प्रत्यारोप का है.
जमीन विवाद के अधिकतर मामले फॉल्स पाये गये है़ं जबकि एक ऐसा मामला भी सामने आया है, जिसमें प्राचार्या द्वारा छुट्टी नहीं दिये जाने पर उन पर तंग करने का आरोप लगा दिया गया है. इस मामले की जांच करने के लिए रातू पुलिस को दिया गया है़ रातू पुलिस जांच के बाद एसटी-एससी थाना को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी़ इसके बाद मामले का खुलासा हो सकेगा.
जातिसूचक शब्दों का गलत इस्तेमाल
एक जनवरी 2018 को बीएयू के वैज्ञानिक सह अपर निदेशक प्रसार शिक्षा के पद पर कार्यरत डॉ सोहन राम ने अपने ही सहयोगी वैज्ञानिक देवेंद्र नारायण सिंह पर जातिसूचक शब्द का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज करने का आरोप लगाया था़ इस संबंध में एसटी-एससी थाना मेें एक जनवरी 2018 को प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. मामले का सुपरविजन सिटी एसपी ने किया. इसके बाद मामला पूरी तरह से फाॅल्स निकला़
कोकर के तिरिल रोड निवासी संजय खाखा ने राजकुमार व उसके छोटे भाई पर उसकी पत्नी को बहला-फुसला कर भगा ले जाने का आरोप लगा कर प्राथमिकी दर्ज करायी थी. एसटी-एससी थाना के पदाधिकारी ने मामले की जांच की, तो यह मामला भी फाॅल्स निकला. इसमें संजय खाखा की पत्नी का सीआरपीसी-164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने बयान भी दर्ज कराया गया. उसने अपने पति संजय खाखा द्वारा लगाये गये आरोप को गलत बताया़

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