झारखंड : भाजपा नेता की हत्या के बाद पुलिस व एटीएस की टीम ने की छापेमारी
कोल्हान डीआइजी सह रांची के प्रभारी डीआइजी साकेत कुमार और एसएसपी कुलदीप द्विवेदी कर रहे मॉनिटरिंग रांची : लोहरदगा के शास्त्री चौक निवासी भाजपा नेता पंकज लाल गुप्ता की हत्या के मामले में रविवार की देर रात तक पुलिस की टीम ने एटीएस के सहयोग से पुराने अपराधियों की ठिकाने और उनके घरों में छापेमारी […]
कोल्हान डीआइजी सह रांची के प्रभारी डीआइजी साकेत कुमार और एसएसपी कुलदीप द्विवेदी कर रहे मॉनिटरिंग
रांची : लोहरदगा के शास्त्री चौक निवासी भाजपा नेता पंकज लाल गुप्ता की हत्या के मामले में रविवार की देर रात तक पुलिस की टीम ने एटीएस के सहयोग से पुराने अपराधियों की ठिकाने और उनके घरों में छापेमारी की. छापेमारी वैसे अपराधियों के घरों में हुई, जो पूर्व में लूट, डकैती, हत्या और आर्म्स एक्ट के मामले में जेल जा चुके हैं, लेकिन वर्तमान में बाहर हैं.
छापेमारी के दौरान कुछ अपराधी ताे नहीं मिले. जबकि कुछ अपराधी अपने घर में मिल गये, जिन्हें हिरासत में लेकर पुलिस ने उनकी संलिप्तता पर जांच की. फरार अपराधियों की संलिप्तता पर भी पुलिस जांच कर रही है. पुलिस ने घटना के बाद सीसीटीवी कैमरा में आये संदिग्ध अपराधियों का फोटो लोहरदगा पुलिस को उपलब्ध कराया है. ताकि यह पता लगाया जा सके कि भाजपा नेता की हत्या के लिए सुपारी लोहरदगा के किसी व्यक्ति ने तो नहीं दी है. इस बिंदु पर जांच करने का अनुरोध किया गया कि अपराधी कहीं लोहरदगा के तो नहीं.
सहयोग के लिए लोहरदगा की पुलिस भी शामिल
घटना के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए कोल्हान सह रांची रेंज के प्रभारी डीआइजी साकेत कुमार भी रांची पहुंचे. उन्होंने घटना के बारे में जानकारी ली. घटना के बाद डीआइजी साकेत कुमार और एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने बताया कि ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में गठित एसआइटी टीम में चार थाना प्रभारी, एक इंस्पेक्टर और डीएसपी रैंक के अफसर शामिल किये गये हैं. इस टीम की सहयोग के लिए लोहरदगा जिला की टीम को लगाया है. घटना के संबंध में महत्वपूर्ण सुराग और संलिप्त अपराधियों का चित्र प्राप्त हुआ है..
जिसे आम लोगों को भी दिखाया जा रहा है. अपराधियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तार के लिए अलग से पांच टीम का गठन किया गया है. सहयोग से लिए एटीएस और सीआइडी की स्पेशल टीम को भी लगाया है.
हालांकि घटना के पीछे अब तक किसी ठोस वजह की जानकारी नहीं मिली है. मालूम हो कि घटना के दौरान भाजपा नेता होटल में नाश्ता कर बाहर निकल कर चाय पीने का इंतजार रहे थे, तभी उन्हें गोली मारी गयी. एटीएस की छापेमारी का नेतृत्व खुद डीआइजी और एसएसपी कर रहे हैं. एसएसपी के स्तर से अपराधियों का ब्योरा तैयार कर एटीएस को छापेमारी के लिए उपलब्ध कराया गया है.