रांची : जाने-माने आदिवासी कथाकार फादर पीटर पॉल एक्का का आज सुबह 10 बजे के करीब गुवाहाटी से रांची लाने के क्रम में निधन हो गया. कल उनकी तबीयत बिगड़ गयी थी, जिसके बाद उन्हें रांची लाया जा रहा था, लेकिन पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गयी.
वे पिछले साल से ही असम के तेजपुर में संत जेवियर कॉलेज के वाइस प्रिंसिंपल बने थे.पीटर पॉल एक्का के कई उपन्यास और कहानी संग्रह हिंदी में प्रकाशित हैं जिनमें ‘जंगल के गीत’, ‘पलाश के फूल’, ‘सोन पहाड़ी’, ‘मौन घाटी’ (उपन्यास), ‘खुला आसमान बंद दिशाएं’, ‘राजकुमारों के देश में’, ‘परती जमीन’, ‘क्षितिज की तलाश में’ (कहानी संग्रह) प्रमुख हैं. डॉ. पीटर पॉल एक्का का जन्म सामटोली, सिमडेगा में हुआ था.