1908 करोड़ की कनहर बराज परियोजना को केंद्र की मंजूरी
रांची : 1908 करोड़ रुपये की कनहर बराज परियोजना को केंद्र सरकार की सलाहकार समिति ने स्वीकृति प्रदान कर दी है. यह झारखंड के लिए बड़ी उपलब्धि बतायी जाती है. इस परियोजना की सबसे बड़ी विशेषता है कि इसके डूब क्षेत्र से एक भी व्यक्ति विस्थापित नहीं होगा. सुखाड़ से लगातार प्रभावित गढ़वा जिले के […]
रांची : 1908 करोड़ रुपये की कनहर बराज परियोजना को केंद्र सरकार की सलाहकार समिति ने स्वीकृति प्रदान कर दी है. यह झारखंड के लिए बड़ी उपलब्धि बतायी जाती है. इस परियोजना की सबसे बड़ी विशेषता है कि इसके डूब क्षेत्र से एक भी व्यक्ति विस्थापित नहीं होगा. सुखाड़ से लगातार प्रभावित गढ़वा जिले के लिए यह योजना एक वरदान साबित होगी.
गढ़वा जिले के 10 प्रखंड गढ़वा, मेराल, रमना, डंडई, नगरउंटारी, बिशुनपुरा, कांडी, मझियांव, केतार व भवनाथपुर तथा पलामू जिले का चैनपुर प्रखंड इस परियोजना से लाभांवित होंगे. इस परियोजना में पीने के पानी और नये उद्योगों के लिए भी पानी का प्रावधान किया गया है. कुल 27.40 लाख लोगों को इसका लाभ मिलेगा. परियोजना से कई जलाशयों, आहरों तथा तालाबों को अतिरिक्त पानी देकर पूरे क्षेत्र को सुखाड़ के प्रभाव से मुक्त किया जा सकेगा.
सोमवार 12 मार्च को भारत सरकार के जल संसाधन मंत्रालय के सचिव की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में परियोजना को मंजूरी दी गयी. इसमें केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय, ऊर्जा मंत्रालय, कृषि मंत्रालय, वन एवं पर्यावरण मंत्रालय और नीति आयोग के वरीय पदाधिकारियों के अलावा केंद्रीय जल आयोग के अध्यक्ष ने हिस्सा लिया.
राज्य के जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव डीके तिवारी की अगुआई में कनहर बराज सिंचाई परियोजना पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया गया. बताया कि परियोजना के तहत गढ़वा जिले में रंका प्रखंड के खूरी गांव में बराज बनाया जायेगा. इस बराज से 17.10 किमी लंबी मुख्य नहर निकल कर लावादोनी तक जायेगी. वहां एक डैम बनाया जायेगा.
डैम का अधिकतम जल स्तर 308 मीटर होगा. इस डैम से बायीं और दाहिनी मुख्य नहरें निकलेंगी, जो क्रमश: 82.22 तथा 46.97 किमी लंबी होंगी. बायीं नहर से 25.7 किमी लंबी प्रतापपुर ब्रांच नहर निकलेगी. इस परियोजना से 53283 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों की सिंचाई होगी.