व्यवसायी जग्गी हत्याकांड : सात साल बाद कोर्ट के आदेश पर जेल गये हत्या के आरोपी
रांची : अपर न्यायायुक्त कुमारी रंजना अस्थाना की अदालत के आदेश पर सात साल बाद हरेंद्र सिंह जग्गी की हत्या के आरोपी दोनों भाई हरपाल सिंह चन्ना व प्रीतपाल सिंह चन्ना को जेल भेज दिया गया. आरोपियों ने 25 जनवरी 2011 को अपने ही घर में समझौता के दौरान हरेंद्र सिंह जग्गी पर पीतल के […]
रांची : अपर न्यायायुक्त कुमारी रंजना अस्थाना की अदालत के आदेश पर सात साल बाद हरेंद्र सिंह जग्गी की हत्या के आरोपी दोनों भाई हरपाल सिंह चन्ना व प्रीतपाल सिंह चन्ना को जेल भेज दिया गया.
आरोपियों ने 25 जनवरी 2011 को अपने ही घर में समझौता के दौरान हरेंद्र सिंह जग्गी पर पीतल के गुलदस्ता से जानलेवा हमला कर दिया था. मुंह और नाक में गंभीर चोट लगने के कारण उन्हें गुरुनानक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
वहां उनकी मौत हो गयी थी. चुटिया थाना में इस संबंध में मृतक के पुत्र जसमीत सिंह जग्गी के बयान पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. जसमीत सिंह जग्गी ने बताया कि चुटिया थाना पुलिस ने चार्जशीट में सिंपल मारपीट का मामला दिखाया था. पहले मामला न्यायायिक दंडाधिकारी कुमार विपुल के पास था.
बाद में उन्होंने केस को एजेसी कुमारी रंजना अस्थाना की अदालत में भेज दिया. मंगलवार को इस मामले में सुनवाई होनी थी़ दोनों आरोपी हरपाल सिंह चन्ना व प्रीतपाल सिंह चन्ना अदालत में उपस्थित थे़ अदालत ने सुनवाई करते हुए दोनों को जेल भेजने का आदेश दिया़ अब इस मामले की अगली सुनवाई 24 मार्च को होगी.
व्यवसायी जग्गी हत्याकांड : गुलदस्ते से वार करने पर व्यवसायी की हो गयी थी मौत
आरोपियों ने समझाैते के दौरान कर दिया था हमला
जसमीत सिंह जग्गी ने बताया कि 23 जनवरी 2011 को जेडी मॉल में वे अपनी नयी-नवेली दुल्हन के साथ फिल्म देखने गये थे. हॉल में हरपाल सिंह चन्ना, प्रीतपाल सिंह चन्ना व इंद्रजीत बोदरा ने बदतमीजी की थी.
इन लोगों ने उनकी पत्नी का हाथ पकड़ लिया था. इस मामले को लेकर उस समय विवाद हुआ था. इसके बाद जसमीत सिंह जग्गी अपनी पत्नी को लेकर फिल्म बीच में छोड़ कर बरियातू स्थित घर आने के लिए निकल गये. तब आरोपी भी उनके पीछे-पीछे चले आये और उनके साथ गाली-गलौज कर रहे थे. वे उसे मारपीट के लिए उकसा रहे थे.
बाद में मामला गुरुद्वारा पहुंचा और समझौते की बात हुई. 25 जनवरी 2011 को हरेंद्र सिंह जग्गी, जगजीत सिंह जग्गी, गुरुद्वारा के पदाधिकारी आरोपी हरपाल सिंह चन्ना के अनंतपुर स्थित घर गये थे. वहां समझौते के दौरान आरोपियाें ने हमला कर दिया था. उसी हमले में हरेंद्र सिंह की हत्या हो गयी थी़