रांची : सरहुल और रामनवमी को लेकर मुख्य सचिव का निर्देश, पुलिस मुख्यालय के 40 बिंदुओं का करें अमल

रांची : मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने शुक्रवार को प्रोजेक्ट भवन में सरहुल और रामनवमी को लेकर की गयी तैयारियों की समीक्षा वीडियो कांफ्रेंसिंग से की. इस दौरान उन्होंने सभी जिलों के डीसी-एसपी और रेंज डीआइजी को पुलिस मुख्यालय से सभी जिलों के लिए निर्गत 40 बिंदुओं पर पूरी तरह अमल करने को कहा. डीजीपी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 17, 2018 8:40 AM
रांची : मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने शुक्रवार को प्रोजेक्ट भवन में सरहुल और रामनवमी को लेकर की गयी तैयारियों की समीक्षा वीडियो कांफ्रेंसिंग से की. इस दौरान उन्होंने सभी जिलों के डीसी-एसपी और रेंज डीआइजी को पुलिस मुख्यालय से सभी जिलों के लिए निर्गत 40 बिंदुओं पर पूरी तरह अमल करने को कहा. डीजीपी द्वारा जुलूस को नियमानुसार पार कराने और उस पर निकट नियंत्रण रखने का सुझाव दिया गया. एडीजी अभियान आरके मल्लिक ने पूर्व के वर्षों में जहां भी छिटपुट घटनाएं हुई हैं, उस पर सतर्कता बरतने का सुझाव दिया.
कांफ्रेंसिंग के दौरान सभी जिलों के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों ने यह आश्वस्त किया कि सभी पदाधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों के द्वारा दोनों पर्वों को सौहार्द्रपूर्ण और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं. कांफ्रेंसिंग के दौरान गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव एसकेजी रहाटे, एडीजी अनुराग गुप्ता, आइजी आशीष बत्रा, आइजी नवीन कुमार सिंह, सुमन गुप्ता, शंभु ठाकुर और उत्पाद विभाग के सचिव राहुल शर्मा सहित अन्य उपस्थित थे.
प्रशासन की ओर से तय किये गये मार्ग से ही लाइसेंसधारी अखाड़ों द्वारा जुलूस निकाला जाये
एक माह से आपके मोहल्ले में यदि कोई अपरिचित या संदिग्ध व्यक्ति किराये में रहने आया हो, तो इसकी सूचना प्रशासन को जरूर दें
रांची : डीजीपी डीके पांडेय ने शुक्रवार को विभिन्न धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ पुलिस मुख्यालय में बैठक की. उन्होंने सभी से शांति, सदभावना और भाईचारगी से सरहुल, रामनवमी और चैती दुर्गा का पर्व मनाने की अपील की है. बैठक के दौरान पुलिस के स्तर से की गयी तैयारियों से भी उन्होंने संगठनों के प्रतिनिधियों को अवगत कराया. उन्होंने कहा कि पर्वों को शांति-पूर्वक, सामाजिक समरसता एवं सांप्रदायिक सौहार्द्र के साथ मनाने के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है.
डीजीपी ने समितियों से अनुरोध किया कि प्रशासन द्वारा तय किये गये मार्ग से ही लाइसेंसधारी अखाड़ों द्वारा जुलूस निकाला जाये. विगत एक माह से आपके मोहल्ले एवं आसपास में यदि कोई अपरिचित और संदिग्ध व्यक्ति किराये में रहने आया हो, तो उसकी गतिविधियों पर नजर रखें एवं प्रशासन को अवश्य सूचित करें.
उन्होंने कहा कि पर्व के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा वाट्सएप अथवा किसी भी तरीके से किसी तरह का कोई भी सांप्रदायिक दुष्प्रचार या आपराधिक गतिविधि की जा रही हो, तो इसकी सूचना अविलंब पुलिस प्रशासन को दें. डीजीपी ने बताया कि रांची शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में हाल के दिनों में हो रही घटनाओं के मद्देनजर सभी व्यवसायियों से उनकी दुकानों के सामने सीसीटीवी लगाये जाने की पहल करने की बात कही.
उन्होंने जुलूस के दौरान डीजे अथवा अन्य किसी ध्वनि विस्तारक यंत्र द्वारा सांप्रदायिक सौहार्द्र में खलल डालनेवाले किसी भी प्रकार के आपत्तिजनक गाने, उद्घोषणा करनेवालों पर पुलिस द्वारा सख्ती बरते जाने के संबंध में जानकारी दी.
बैठक में एडीजी आरके मल्लिक, आइजी नवीन कुमार सिंह, आशीष ब़त्रा, पूर्व सांसद यदुनाथ पांडेय, सर्व महाबीर मंडल समिति रांची के रामधन वर्मन, निरंजन भगत, राहुल देव वर्मन, विजय कुमार वर्मन (पूर्व अध्यक्ष महावीर मंडल), सर्वधर्म सद्भावना समिति के मो इस्लाम (महासचिव), हाजी बेलाल कुरैशी, प्रदीप राय बाबू, ओम सिंह, मो असल कुरैशी, सरहुल समिति के अर्जुन उरांव, अखिल भारतीय सर्व धर्म कौमी एकता समिति के श्री हरजीत सिंह साहनी, जफर शाह एवं मानवाधिकार सेवा संगठन के किशन अग्रवाल एवं दीपक वर्मा उपस्थित थे.

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