झारखंड : सत्ता से बाहरवाले को भी मिले बोलने का मौका : सरयू राय
दूसरे का भ्रष्टाचार देखने से पहले खुद को बदलें : सीपी सिंह व्यवस्था परिवर्तन की चुनौतियां और हमारी भूमिका विषय पर सेमिनार रांची : खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा है कि आज चुनौतियां गंभीर है़ं देश जब आजाद हुआ था, तब सरकार के पास ही पूंजी और संपत्ति थी़ आम लोगों के पास […]
दूसरे का भ्रष्टाचार देखने से पहले खुद को बदलें : सीपी सिंह
व्यवस्था परिवर्तन की चुनौतियां और हमारी भूमिका विषय पर सेमिनार
रांची : खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा है कि आज चुनौतियां गंभीर है़ं देश जब आजाद हुआ था, तब सरकार के पास ही पूंजी और संपत्ति थी़ आम लोगों के पास पूंजी नहीं थी़ अब सरकार के पास पूंजी नहीं और कई पूंजीपतियों के पास बजट से ज्यादा पूंजी है़ पूंजीपतियों के पास भी जनता की ही पूंजी है़
पूंजी का प्रवाह जमीनी स्तर पर नहीं होगा, तो व्यवस्था के लिए कठिनाई होगी़ व्यवस्था को ज्यादा कठोर करेंगे, तो लोकतंत्र तानाशाह हो जायेगा़ व्यवस्था में यह लचीलापन होना चाहिए कि सत्ता से बाहरवाले को भी बोलने का मौका मिले़ श्री राय रविवार को विधानसभा सभागार में जेपी मंच द्वारा आयोजित व्यवस्था परिवर्तन की चुनौतियां एवं हमारी भूमिका विषय पर आयोजित सेमिनार में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे़
मंत्री श्री राय ने कहा कि लोग कहते हैं कि बहुमत का शासन अच्छा है़ गठबंधन का शासन ठीक नहीं है़, लेकिन ऐसे कई उदाहरण हैं, जिसमें बहुमत की सरकार दो साल भी नहीं चली़ गैर बराबरी को दूर करना सबसे बड़ी समस्या है़
अपनी व्यवस्था में खुद ही छेद करेंगे, तो दूसरे को उंगली लगा कर फाड़ने का मौका मिल जायेगा़
विशिष्ट अतिथि नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि सब लोग मिल कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे है़ं दूसरे का भ्रष्टाचार बताना आसान है़
यह संकल्प लेना होगा कि वे दूसरे के भ्रष्टाचार को देखने के बदले स्वयं को बदले़ं कोई भी काम भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर न करे़ं जेपी आंदोलनकारी डॉ सूर्यमणि सिंह ने कहा कि व्यवस्था में परिवर्तन के लिए जुटना होगा़ इसके लिए मानसिकता बदलनी होगी़ सतत प्रयास से व्यवस्था बदलेगी. कार्यक्रम में शत्रुध्न ओझा ,तारकेश्वर आजाद , विश्वनाथ सहित कई लोगों ने अपनी बातें रखी़ं