केराली स्कूल के छात्र का शव निकाला गया

रांची/ हटिया : रामकृष्ण मिशन सेनेटोरियम स्थित डैम में डूबे केराली स्कूल के छात्र कुणाल कृष्ण का शव रविवार की सुबह एनडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाल लिया. तुपुदाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा. शव मिलने की जानकारी मिलते ही सीबीआइ इंस्पेक्टर सृष्टिधर महतो गमगीन हो गये़ वह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 19, 2018 8:41 AM
रांची/ हटिया : रामकृष्ण मिशन सेनेटोरियम स्थित डैम में डूबे केराली स्कूल के छात्र कुणाल कृष्ण का शव रविवार की सुबह एनडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाल लिया. तुपुदाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा. शव मिलने की जानकारी मिलते ही सीबीआइ इंस्पेक्टर सृष्टिधर महतो गमगीन हो गये़ वह पुलिस या किसी अन्य से बात करना नहीं चाह रहे थे. दूसरी तरफ कुणाल की मां का रो-रोकर बुरा हाल था़ वह बार-बार एक ही बात कह रही थी, मददगार तो वह शुरू से ही था, किसी का दु:ख देखकर वह द्रवित हो जाता था़ लोगों की मदद करने की आदत ने उसकी जान ले ली़ अंतिम समय भी जाते-जाते उसने अपने दोस्त बचा कर स्वयं अपनी जान दे दी़
क्या था मामला : सृष्टिधर महतो ने पुलिस को बताया कि शनिवार को कुणाल घर में पढ़ाई कर रहा था. इसी दौरान रजी व अनस अहमद खान के साथ पांच लड़के आये व उसे सेनेटोरियम डैम चलने के लिए कहा. दोपहर में सभी सेनेटोरियम डैम पहुंचे.
वहां कुणाल आठों दोस्तों के साथ डैम में नहा रहा था. इसी क्रम में अनस अहमद खान डूबने लगा, तो उसे बचाने के लिए कुणाल गहरे पानी में चला गया. उसने अनस को तो बचा लिया, लेकिन खुद डूब गया. जब दोस्तों ने देखा कि कुणाल डूब गया है, तो पांच दोस्त वहां से भाग गये, जबकि दो दोस्त वहीं पर खड़े रहे. जब काफी देर हो गयी, तो इस बात की सूचना उसके परिजनों व तुपुदाना पुलिस को दी गयी. रजी नाम के लड़के ने मोबाइल पर सेनेटोरियम डैम की तस्वीर दिखा कर उसे चलने को कहा था. इस संबंध में तुपुदाना पुलिस ने यूडी केस दर्ज किया है.
पिता इंस्पेक्टर, मां टीचर हैं : बताया जाता है कि सृष्टिधर महतो हवाई नगर रोड नंबर शून्य निवासी किशोर उरांव के घर में किरायेदार थे़ उनका पैतृक आवास तमाड़ रागडा,बड़ांग में है़ कुणाल की मां रूबीना महतो, उदय मेमोरियल बीएड कॉलेज में टीचर है़ं उसका छोटा भाई राजीव संत अंथोनी स्कूल में सातवीं का छात्र है़ सुबह सात बजे शव निकालने के बाद अंतिम संस्कार के लिए तमाड़ ले जाया गया़

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