सरहुल की शोभायात्रा में थिरकते रहे पांव
मांडर : मांडर व चान्हो प्रखंड में प्रकृति पर्व सरहुल की धूम रही. मांडर प्रखंड मुख्यालय, मुड़मा, जाहेर, टांगरबसली व चान्हो के सोंस तथा बीजूपाड़ा में शोभायात्रा निकाली गयी. मांदर व नगाड़ों की थाप पर थिरकते हुए सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष, युवा व बच्चे शोभायात्रा में शामिल हुए. शोभायात्रा के स्वागत के लिए जगह-जगह […]
मांडर : मांडर व चान्हो प्रखंड में प्रकृति पर्व सरहुल की धूम रही. मांडर प्रखंड मुख्यालय, मुड़मा, जाहेर, टांगरबसली व चान्हो के सोंस तथा बीजूपाड़ा में शोभायात्रा निकाली गयी. मांदर व नगाड़ों की थाप पर थिरकते हुए सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष, युवा व बच्चे शोभायात्रा में शामिल हुए. शोभायात्रा के स्वागत के लिए जगह-जगह संगठनों व जन प्रतिनिधियों की ओर से शिविर लगाया गया था. जहां चना व पेयजल की व्यवस्था की गयी थी.
मांडर में निकली मुख्य शोभायात्रा में करगे, चटवल, घुघरी, तिगोई अंबाटोली, गड़मी, हेसमी, सोसई, बंझिला, बुढ़ाखुखरा, कंजिया, कठचांचो गांव के ग्रामीण शामिल हुए. बाद में सरहुल पूजा समिति की ओर से मांडर के सरना स्थल में आयोजित कार्यक्रम में पूजा अर्चना के बाद पाहन पुजार के अलावा प्रमुख, बीडीओ व थाना प्रभारी को सम्मानित किया गया. मौके पर समिति के अध्यक्ष अजय भगत, सुका उरांव, गोपाल उरांव, एतवा उरांव, बिरसा पहान, बलदेव उरांव, सबनु उरांव, लक्ष्मण उरांव, कार्तिक लोहरा सहित अन्य मौजूद थे.
गड़मी की झांकी आकर्षण का केंद्र : शोभायात्रा के दौरान गड़मी गांव की झांकी आकर्षण का केंद्र रही. झारखंड के प्राकृतिक सौंदर्य व पशुधन के साथ गांव के किसान की जिंदगी को दर्शाती इस झांकी को गांव के ही पांच युवकों होसने उरांव, अंगनु उरांव, तारकेश्वर उरांव, सुकरा उरांव व राजू टोप्पो ने मिल कर बनाया था.