रांची : कहते हैं जज्बा हो, तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है, गोड्डा के कठौन गांव के रहने वाले लतीफ अंसारी और रहीम अंसारी ने. पहले गांव, फिर पूरे जिले और अब जिले से बाहर निकल कर लोगों को नशाखोरी के खिलाफ जागरूक कर रहे हैं.
समाज सुधार मंच, गोड्डा के संस्थापक सह सचिव लतीफ अंसारी कहते हैं कि साइकिल यात्रा के माध्यम से नशा के खिलाफ लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं. 15 मार्च को साइकिल से गोड्डा से यात्रा शुरू की. हंसडीहा, बासुकीनाथ, जामताड़ा, बोकारो होते हुए 18 मार्च को रांची में राजभवन के पास पहुंचे.
2012 से अभियान की हुई शुरुआत : लतीफ कहते हैं कि गांव के आसपास कई लोग नशे की गिरफ्त में थे. यह देख कर अच्छा नहीं लगता था. इसके दुष्परिणाम देख कर यह अभियान 2012 में शुरू किया धीरे-धीरे अभियान का दायरा बढ़ता गया. इससे कई सुधार आये.
राजभवन के पास बैठे हैं : लतीफ अंसारी और रहीम अंसारी राज्यपाल से मिलने की आस में 19 मार्च से राजभवन के पास बैठे हैं, पर कई प्रयासों के बावजूद उनकी मुलाकात नहीं हो पा रही है. इससे वे काफी निराश हैं.
कहीं प्रोत्साहन, तो कहीं अपमान मिला : वे कहते हैं कि साइकिल यात्रा के दौरान कई जगहों पर प्रोत्साहन मिला, तो कई जगहों पर अपमान भी झेलना पड़ा. कुछ लोग कहते थे कि क्या फालतू काम कर रहा है, लेकिन इससे हतोत्साहित नहीं हुआ. अपने अभियान में जुटा रहा. तंबाकू, गुटखा, सिगरेट और शराब से हमारी सेहत को हमेशा नुकसान ही होता है. नशाखोरी के कारण आये दिन सड़क दुर्घटना, अपराध एवं महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं दिनों-दिन बढ़ती जा रही है.