रांची : चारा घोटाला के चार मामलों में दोषी करार दिये जा चुके बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव रांची में रहेंगे या दिल्ली जायेंगे, इस पर जल्द ही फैसला होगा. रिम्स में इलाज करा रहे लालू प्रसाद को सर्जरी वार्ड से मेडिसीन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. बुधवार को डॉ उमेश कुमार की यूनिट में मेडिसीन विभाग के तीन डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है. टीम में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ डीके झा भी शामिल हैं.
टीवी न्यूज चैनल्स ने कहा कि लालू प्रसाद की किडनी में गंभीर समस्याएं हैं, जिसकी वजह से राजद सुप्रीमो को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) शिफ्ट किया जायेगा. हालांकि, रिम्स के डॉक्टरों ने कहा है कि लालू प्रसाद का ब्लड क्रिटनीन बढ़ा हुआ है. इस बात की जांच की जायेगी कि कहीं दवा की वजह से उनका क्रिटनीन तो नहीं बढ़ा हुआ है.
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मेडिसीन विभाग में शिफ्ट किये जाने के बाद डॉक्टरों की टीम ने लालू प्रसाद का अल्ट्रासाउंड करवाया. साथ ही उनके सीने का एक्स-रे भी लिया गया. डॉक्टरों ने कहा है कि लालू प्रसाद की सेहत को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. लेकिन, वह चाहें, तो बेहतर इलाज कराने के लिए एम्स जा सकते हैं.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि चाईबासा, देवघर,डोरंडा और दुमकाकोषागार से पशुचारा के नाम पर फर्जी बिल बनाकर करोड़ों रुपये निकालने के मामले में लालू प्रसाद दोषी करार दिये जा चुके हैं और तीन मामलों में उन्हें साढ़े 13 साल की सजा हो चुकी है. लालू रांची स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में सजा भुगत रहे हैं. इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया था.
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रिम्स में भी लालू प्रसाद को किसी से मिलने की अनुमति नहीं है. मंगलवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीनत राम मांझी उनसे मिलने रांची आये थे, लेकिन नियमों का हवाला देकर उन्हें राजद सुप्रीमो से मिलने से रोक दिया गया. इसके बाद मांझी को पटना लौट जाना पड़ा.