रांची : झारखंड में एक करोड़ रुपये के इनामी और प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो सदस्य देवकुमार सिंह उर्फ अरविंद उर्फ निशांत की मौत हो गयी है. मौत की वजह पिछले तीन महीनों से कार्डियक समस्या से ग्रस्त होना बताया जा रहा है. वह गंभीर रूप से बीमार थे. इनकी मौत की सूचना पुलिस सूत्रों ने की है. पुलिस मुख्यालय के आलाधिकारियों तक भी यह सूचना पहुंची है. हालांकि, अरविंद के शव को पुलिस बरामद नहीं कर पायी है. यही वजह है कि मुख्यालय के अधिकारी खुले तौर पर अरविंद के मौत की बात बताने को तैयार नहीं है. लेकिन ऑफ द रिकार्ड वरीय पुलिस अफसर ने इस बात को कबूल किया कि अरविंद की लंबी बीमारी के कारण मौत हो गयी है.
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मूल रूप से बिहार के जहानाबाद के सुकुलचाक का मूल निवासी यह शख्स पटना विश्वविद्यालय से स्नातोकोत्तर है. इनकी पत्नी आंगनबाड़ी सेविका है, जिसका नाम प्रभावती है. इसकी संलिप्तता नक्सलियों को लेवी पहुंचाने में पायी गयी थी. उसे 2012 में गिरफ्तार किया गया था. अरविंद लंबे समय से बूढ़ा पहाड़ को अपना ठिकाना बनाया हुआ था. संगठन में इनकी भूमिका किंगपिन की थी. इनके मर जाने से माओवादी संगठन को गहरा झटका लगा है. संगठन में अरविंद के अलावा प्रशांत बोस, मिसिर बेसरा और सुधाकरण पर एक-एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित है. अरविंद पर छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और बिहार में भी पचास लाख रुपये का इनाम है.
आईजी अभियान सह प्रवक्ता आशीष बत्रा ने बताया कि प्रतिबंधित माओवादी संगठन के पोलित ब्यूरो सदस्य और एक करोड़ रुपये का इनामी अरविंद के कार्डियक समस्या के कारण मारे जाने की सूचना मिली है. उसका बॉडी बरामद नहीं हुई है. मामले की पड़ताल की जा रही है.