खनन के बिना नहीं चल सकता है मनुष्य का जीवन : खान आयुक्त

रांची : खान आयुक्त अबुबकर सिद्दिकी का कहना है कि खनन जीवन के लिए महत्वपूर्ण है. इसके बिना जीवन नहीं चल सकता है. खनन से तैयार होनेवाली ऊर्जा आज हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा है. बस जरूरत इसके बेहतर खनन की है. खान आयुक्त शुक्रवार को राजधानी के होटल बीएनआर में आयोजित तीसरे माइनिंग कांक्लेव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 24, 2018 9:20 AM
रांची : खान आयुक्त अबुबकर सिद्दिकी का कहना है कि खनन जीवन के लिए महत्वपूर्ण है. इसके बिना जीवन नहीं चल सकता है. खनन से तैयार होनेवाली ऊर्जा आज हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा है. बस जरूरत इसके बेहतर खनन की है. खान आयुक्त शुक्रवार को राजधानी के होटल बीएनआर में आयोजित तीसरे माइनिंग कांक्लेव में बोल रहे थे. इसका आयोजन इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स (आइसीसी) ने किया.
श्री सिद्दिकी ने कहा कि वर्तमान जीडीपी की तुलना में आज भी हम कम खनन कर रहे हैं. झारखंड में अभी भी बड़े इलाके में स्थायित्व आधारित और पर्यावरण ठीक रहनेवाला खनन नहीं हो रहा है. 2015 के बाद केंद्र सरकार ने इस मामले में कई आदेश जारी किये हैं. इसको लेकर चुनौतियां भी हैं.
इसके लिए नीति भी बनायी गयी है. एमएमडीआर एक्ट के बेहतर उपयोग से भी बदलाव की संभावना है. इससे झारखंड में तीन हजार करोड़ रुपये प्रति वर्ष मिले हैं. राज्य के प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ संजय कुमार ने कहा है कि खनन को लेकर पूरे विश्व के लोगों की आम धरना ठीक नहीं है. खनन के क्षेत्र में कई प्रकार के अनुसंधान हो रहे हैं. इसका उपयोग झारखंड में भी होना चाहिए. झारखंड खनन के मामले में समृद्ध राज्य है. खनन के दुष्प्रभाव से बचने के लिए हमें ऊर्जा के गैर पारंपरिक स्रोतों पर भी विचार करना चाहिए. झारखंड में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में काम करने की काफी संभावना है.
इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स के झारखंड के अध्यक्ष शैलेश वर्मा ने कहा कि राज्य में खनन के काम में लगी संस्थाओं का एक बड़ा फोरम बनना चाहिए. इससे मिलजुल कर इस क्षेत्र में अच्छा काम किया जा सकता है. दूसरे राज्यों में इस तरह के अच्छे फोरम हैं, जो सरकार के साथ मिल कर अच्छा काम कर रहे हैं. कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन आइसीसी के क्षेत्रीय निदेशक बालकृष्णा सिंह ने किया.

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