-लालू प्रसाद से दोस्ताना व पारिवारिक संबंध, हाल-चाल जानने दिल्ली से आया
-राजद सुप्रीमो को बिहार की जनता का आशीर्वाद
-डायबिटीज बढ़ा हुआ है, कम करने की दवाएं चल रही हैं
रांची : भाजपा के वरिष्ठ नेता और मशहूर अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा शनिवार को चारा घोटाले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का हाल-चाल लेने दोपहर एक बजे रिम्स पहुंचे. लालू और शत्रु के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि लालू प्रसाद जमीनी व लोकप्रिय नेता हैं.
उनसे दोस्ताना व पारिवारिक संबंध है, इसलिए उनका हालचाल पूछने दिल्ली से रांची आया. उन्होंने कहा कि लालू का आत्मविश्वास बहुत बढ़ा हुआ है. बिहार की जनता का आशीर्वाद है. पहले से ठीक लग रहे हैं, लेकिन डायबिटीज बढ़ा हुआ है, जिसको कम करने की दवाएं चल रही हैं. अगर संभव होगा तो इलाज के लिए एम्स जायेंगे. दूसरी तरफ उत्तरप्रदेश से सपा के राज्यसभा सांसद किरनमय नंदा ने भी लालू प्रसाद से मुलाकात की. उनके साथ विकास यादव भी थे. श्री नंदा ने कहा कि 2019 में भाजपा व मोदी मुक्त भारत बनायेंगे.
लालू से नहीं मिल पाये सुबोधकांत, बाहर खड़े रहे
कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय भी शत्रुघ्न सिन्हा के साथ लालू प्रसाद से मुलाकात करने गये थे, लेकिन पुलिस ने जेल अधीक्षक के निर्देश के कारण उन्हें लालू प्रसाद से मिलने नहीं दिया. श्री सहाय वार्ड के बाहर गेट पर ही खड़े रहे. शत्रुघ्न सिन्हा के बाहर अाने के बाद उनके साथ रिम्स से निकले.
राजनीतिक बातचीत पर शत्रुघ्न रहे खामोश
शत्रुघ्न से यह पूछे जाने पर कि लालू प्रसाद से राजनीति पर क्या बातचीत हुई. इस पर उन्होंने कहा कि राजनीति काे लेकर कोई बातचीत नहीं हुई. मैं इस विषय पर किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं करना चाहता. उनसे मिल कर उनकी बेहतर सेहत व दीर्घायु की कामना की है. पूरे भारत में लालू प्रसाद की लोकप्रियता है. अभी बड़ी अदालतें हैं, जहां से उनको इंसाफ मिलेगा.
डॉक्टरों की सलाह नहीं मान रहे हैं लालू प्रसाद
रिम्स के कार्डियोलॉजी विंग में इलाजरत लालू प्रसाद डॉक्टरों की सलाह नहीं मान रहे हैं. डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए लालू प्रसाद को डॉक्टरों ने इंसुलिन की सलाह दी है, लेकिन वह इंसुलिन लेने से मना कर रहे हैं. डॉक्टर इलाज पर्ची पर पेसेंट रिफ्यूज्ड इंसुलिन लिख रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि इंसुलिन नहीं लेेने से लालू के चेहरे पर सूजन दिख रहा है. डायबिटीज के लिए दी जा रही दवाओं का असर नहीं हो रहा है, जिसके कारण डॉक्टर उन्हें इंसुलिन देना चाह रहे है. इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ उमेश प्रसाद ने बताया कि इंसुलिन देना जरूरी है, क्योंकि उनका शुगर लेबल कम नहीं हो रहा है. लेकिन वे इंसुलिन लेने से मना कर रहे हैं. दो दिनों से यह परामर्श दिया जा रहा है.